-माघ मेला क्षेत्र में हुई घटना, फायर ब्रिगेड की चार गाडि़यों ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू

-मोबाइल, कैश, चेकबुक, एटीएम कार्ड, घड़ी, कंबल, दरी, कुर्सियां जलकर खाक

PRAYAGRAJ: माघ मेला में शुक्रवार को स्वामी वासुदेवानंद के शिविर में अचानक आग लग गई। आग लगते ही शिविर में मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। कुछ लोग आग बुझाने के लिए दौड़े तो कुछ लोग जान बचाने के लिए शिविर से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढते नजर आए। आग से साधु-संतों और श्रद्धालुओं के लिए बने तीन दरबारी शिविर कुछ ही पल में जलकर खाक हो गए। स्वामी वासुदेवानंद के शिविर में आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर फायर बिग्रेड की चार गाडि़यां पहुंच गई। आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग जिस शिविर में लगी थी, उसके ठीक बगल में स्वामी जी का कैंप बना हुआ है। इस कैंप में वह आराम करते हैं। गनीमत रही कि उस वक्त स्वामी जी कैंप में मौजूद नहीं थे। वह उस वक्त अल्लापुर स्थित आश्रम में गए हुए थे।

शिविर जलाने की साजिश

शिविर व्यवस्था प्रमुख अभिषेक नारायण मिश्र ने बताया कि माघ मेला में सेक्टर तीन के त्रिवेणी मार्ग पर स्थित स्वामी वासुदेवानंद के शिविर में दोपहर के समय अचानक आग लगने से साधु-संतों और श्रद्धालुओं का सामान जल गया। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि शिविर में रहने वाले स्वामी दयाल दास, स्वामी शिवनंद जी ब्रह्मचारी, प्रदीप कुमार पांडेय, इंद्र नारायण शुक्ल और राम निहोर शुक्ल के मोबाइल, हजारों रुपए कैश, चेकबुक, एटीएम कार्ड, घड़ी, कंबल, दरी, कुर्सियां जलकर राख हो गए। स्वामी जी साथ रहने वाले लोगों का कहना है कि यह आग साजिश के तहत लगाई गई है। क्योंकि शिविर में कोई ऐसा सामान नहीं रखा है, जिससे आग लगे। बिजली भी सुबह छह बजे कट जाती है। सिर्फ शाम में बिजली रहती है। इसकी जांच खुद सेक्टर अधिकारी कर रहे हैं।

मौके पर कुछ कड़ाही वगैरह रखी थी। लगता है छोटे सिलिंडर पर कुछ बनाया जा रहा था, जिससे किसी प्रकार आग लग गई। आग फैलने से पहले ही बुझा लिया गया। किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।

-रवींद्र मिश्र, मुख्य अग्निशमन अधिकारी