-फर्जी दरोगा बन चकिया कसारी मसारी का जीशान रात में किया करता था वसूली
-सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ था वायरल, स्वाट टीम ने किया अरेस्ट
PRAYAGRAJ: नाम जीशान जाकिर। पूरा लुक, एक चुस्त-दुरुस्त दरोगाओं वाला। इतना सब कुछ होने के बावजूद वह दरोगा था ही नहीं। दरअसल फर्जी दरोगा बन कर उसका काम सिर्फ रौब जमाना और वसूली करना था। पाले गए गुर्गे भी उसके नाम से वसूली किया करते थे। छोटे-मोटे क्रिमिनल्स को जेल भेजने की धमकी देकर उनसे पैसे वसूलना उसकी नीयत बन चुकी थी। कुछ हफ्ते पूर्व उसके कारनामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस पीछे पड़ गई। स्वाट टीम ने अरेस्ट किया तो उसके चेहरे से नकली पुलिस का मुखौटा उतरते देर नहीं लगी।
धमकी देकर करता था उगाही
धूमनगंज के चकिया कसारी मसारी निवासी जीशान जाकिर, जाकिर हुसैन का बेटा है। शातिर किस्म का जीशान हर फन में माहिर है। वह अपराध से जुड़े हर काम को बहुत ही चालबाजी से अंजाम दिया करता था। उसके ऐसे ही कुछ कारनामे सामने आने के बाद पुलिस उसके पीछे पड़ी हुई थी। जब पुलिस पीछे पड़ी तो उसने भी पुलिस का वेष बना लिया। दरोगा की वर्दी पहनकर वह रात के अंधेरों में कार से निकला करता था। पुलिस के मुताबिक रात में ट्रकों को रोकर वसूली करना। छोटे-मोटे अपराधियों को जेल भेजने की धमकी देकर भी उगाही किया करता था। उसने करीब दर्जन भर गुर्गे भी पाल रखे हैं।
फिल्मी स्टाइल में करता था तांडव
गुर्गो के साथ मोहल्ले में दबंगई व फायरिंग कर दहशत फैलाने में उसे मजा आता था। फिल्मी स्टाइल में बाइक से गुर्गो से अक्सर रोड पर उपद्रव करते हुए कमेंट करना उसका एक शौक साथ बन गया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो एसएसपी की नजर पड़ गई। उन्होंने इसकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए। अनुपालन में घूरपुर इंस्पेक्टर/स्वाट टीम प्रभारी वृंदावन राय ने टीम के साथ मुखबिर की सूचना पर उसे क्षेत्र के करमा जाने वाली रोड नहर की पुलिया से दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से 12 देशी बम, उप निरीक्षक की वर्दी मय चार स्टार, सीटी डोरी, उत्तर प्रदेश पुलिस का बैच, बेल्ट, पी कैप मिले हैं। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।
ऐसे वायरल हुआ वीडियो
-स्वाट टीम प्रभारी के मुताबिक पूछताछ में वह वीडियो वायरल होने की कहानी भी बयां की।
-बताया कि कुछ माह पूर्व गाड़ी पास करवाने के लिए एक शख्स से रुपए ले रखे थे।
-पैसे लेने के बाद वह गाड़ी पर बैठने के पहले कमरे में वर्दी पहन रहा था तो कुछ लोग तारीफ कर रहे थे।
-उन लोगों ने ही वीडियो बनाकर एक से दूसरे दोस्त को भेजा था। इसके बाद देखा तो सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल था।
-वर्दी पहन कर आगे गाड़ी में बैठ कर पास कराता था अपराधियों की गाड़ी, पुलिसिया रौब जमाने में माहिर
-दबिश में जाने की बात कर टोल प्लाजा पर नहीं देता था पैसा, वर्दी का खूब उठाता था फायदा।