-कमिश्नर ने चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, एसआरएन हॉस्पिअल और सलोरी एसटीपी का किया निरीक्षण
-बच्चों के हॉस्पिटल के पास से रोजाना कूड़ा हटाने और सेनेटाइजेशन करने का दिया निर्देश
PRAYAGRAJ: चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के आसपास कूड़े का ढेर और गंदगी देखकर कमिश्नर आर रमेश कुमार ने बुधवार को नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के पास से रोजाना कूड़ा हटाने के साथ सभी हॉस्पिटल को नियमित रूप से सेनेटाइज किया जाए। उन्होंने हॉस्पिटल में ओपीडी, इमरजेंसी, टीकाकरण कक्ष, कोविड-19 ओपीडी, ड्रग स्टोर, पोषण पुनर्वास केंद्र, एसएनसीयू वार्ड आदि का निरीक्षण करते हुए वहां की जानकारी ली। साथ ही प्रशासन द्वारा मिल रही सुविधाओं के बारे में मरीजों से सवाल भी पूछा।
सामने कराया टीकाकरण
कमिश्नर ने हॉस्पिटल के टीकाकरण कक्ष में उपस्थित होकर बच्चों को टीका लगवाया। इस दौरान माताओं में शामिल शुभी सिंह, पोषण पुनर्वास केंद्र में प्रतापगढ़ की ग्वावी देवी, बांदा की संगीता तथा फतेहपुर की महिला से उनके बच्चों के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वार्ड-5 में भर्ती बच्चों की माताओं से उनके बच्चों के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की प्रभारी और कैंपस के आसपास अवांछित पौधे, घासफूस आदि की साफ-सफाई के आदेश भी दिए।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएं
कमिश्नर ने एसआरएन हॉस्पिटल के दौरे पर ओपीडी के सामने अव्यवस्थित खड़े लोगों को देखकर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही निर्देशित किया कि सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ व्यवस्थित रूप से सुविधा प्रदान की जाए। साथ ही पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से सभी को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरुक किया जाए। इससे बचाव हेतु निर्धारित नियमों के समुचित पालन कराए जाने हेतु सजग किया जाए। उन्होंने ट्राईएज ट्रामा इमरजेंसी, न्यूरो ट्रामा, आर्थो ट्रामा तथा आईसीयू वार्ड का भी निरीक्षण किया। उन्होंने एसआर एन अस्पताल में बनाए जा रहे सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक का भी निरीक्षण किया।
एसटीपी का भी लिया जायजा
कमिश्नर ने सलोरी एसटीपी का निरीक्षण करते हुए रिकार्ड रूम में परियोजना के बारे में जानकारी ली तथा पूरे प्लांट में घूम कर संचालित कार्यो को देखा। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से प्रयागराज में कुल संचालित एसटीपी, उनकी क्षमता, मॉनिटरिंग, कार्यरत स्टाफ, प्रयोग की जाने वाली तकनीक, बिजली, परियोजना के विस्तार आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की तथा निर्देशित किया कि डंपिंग ग्राउंड का चयन कर प्लांट से निकलने वाले स्लज का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि यहां उपलब्ध अतिरिक्त जमीन पर फलदार वृक्षों का रोपण कराया जाए।