कमिश्नर ने कॉल्विन हॉस्पिटल के निरीक्षण में पाई खामियां
ALLAHABAD: सरकारी अस्पतालों में डेंगू को लेकर कितनी संजीदगी है, इसका खुलासा कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान भी हुआ। कॉल्विन हॉस्पिटल के दौरे पहुंचे कमिश्नर राजन शुक्ला को डेंगू वार्ड पूरी तरह से खाली मिला। ऐसे हालात तब हैं, जब शहर में डेंगू के मरीजों की भरमार है। उन्होंने मामले की जांच के आदेश एडी हेल्थ को दे दिए हैं।
कुल चार मरीज ही हुए भर्ती
एक ओर शहर में डेंगू ने हाहाकार मचाया हुआ है। मरीजों की संख्या डेढ़ सौ के पार हो चुकी है। एसआरएन और बेली हॉस्पिटल के वार्ड खचाखच भरे हुए हैं लेकिन कॉल्विन की सच्चाई एकदम उलट है। यहां पर 12 बेड का डेंगू वार्ड पूरी तरह खाली पड़ा हुआ है। पिछले दिनों में भर्ती हुए कुल चार मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। इस मामले में खुद कमिश्नर ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अन्य हॉस्पिटल्स में मरीजों की भीड़ है और आपके यहां एक भी मरीज नजर नही आ रहा है।
गायब मिले डॉक्टर्स
इस मौके पर कमिश्नर ने हॉस्पिटल की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया तो पता चला कि कई डॉक्टरों ने अनुपस्थिति के बावजूद रजिस्टर पर इसका उल्लेख नही किया गया है। डॉक्टरों ने आकस्मिक अवकाश लेने के उपरांत भी रजिस्टर पर साइन नही किए थे। और तो और, खुद सीएमएस मौके पर नदारद मिले। पूछताछ में पता चला कि वह सेमिनार में गए हैं लेकिन वाहन और ड्राइवर दोनों कैंपस में मौजूद थे। देर से आए सीएमएस को भी कमिश्नर की डांट सुननी पड़ी। उन्हें दोबारा ऐसा नही करने की हिदायत भी दी गई।
गायब डॉक्टर को शोकॉज नोटिस
कमिश्नर ने बिना बताए गायब मिले डॉक्टरों को शोकॉज नोटिस जारी करने के आदेश एडी हेल्थ को दिए। मरीजों से ओपीडी में दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी भी ली गई। हॉस्पिटल में बन रहे रैंप को जल्द से जल्द तैयार कराने के निर्देश दिए गए। कमिश्नर ने कहा कि काउंटर पर महिला और पुरुषों की अलग-अलग लाइन लगवाकर दवाओं का वितरण किया जाए। उन्होंने सीएमओ डॉ। आलोक वर्मा को शहर में साफ-सफाई और फागिंग कराए जाने के आदेश भी दिए हैं।