प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सड़क की एक तरफ वकीलों के बैठने का स्थान है। दूसरी तरफ भी उनका मूवमेंट होता है। इसे रस्सी से कवर कर दिया गया था। किसी को इस घेरे को ब्रेक करने की इजाजत नहीं थी। हर बीस कदम पर एक पुलिसवाला तैनात था। वह रस्सा उठाये हुए था ताकि कोई इसे तोड़कर आगे बढऩे की कोशिश न करे। मीडिया को भी इस सर्किल से बाहर रखा गया था। इसके बाद भी पुलिस ने अतीक के तीनो हत्यारों को प्रिजन वैन से उतारा और दौड़ते हुए कोर्ट की तरफ बढ़ी। सीधे कोर्ट में पहुंची। कोर्ट की कार्रवाई पूरी होते ही टीम तीनों को लेकर फिर से प्रिजन वैन तक पहुंची और लेकर चली गयी।

अतीक की पेशी के समय भी थी ऐसी ही तैयारी
मंगलवार को अतीक के हत्यारों की पेशी के समय पुलिस की तरफ से उठाये गये कुछ कदम चौंकाने वाले थे। पहला यह कि अतीक अशरफ को कोर्ट में पेश करते वक्त पुलिस ने तीनों हत्यारों का चेहरा छिपाने का पूरा बंदोबस्त कर रखा था। तीनो का पूरा चेहरा कवर था। यानी चेहरे के आधार पर इनकी पहचान नहीं की जा सकती थी। पुलिस ने इस बार आरोपितों को प्रिजन वैन से उतारने से लेकर कोर्ट के रास्ते और कोर्ट में पेशी के दौरान मीडियाकर्मियों को दूर रखा। कोर्ट के आसपास तो किसी को फटकने ही नहीं दिया गया। रास्ते को लेकर पुलिस ने मीडियाकर्मियों को गच्चा दिया। उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने वाले अतीक और उसके भाई अशरफ को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस ने इस स्तर की सावधानी नहीं बरती थी। खास तौर पर सड़क के दोनो तरफ बैरियर तब नहीं लगाया गया था। तीनों को पुलिस ने खुले चेहरे के साथ कोर्ट में पेश किया था। तब दोनो के साथ पुलिस का लश्कर मौजूद था लेकिन मीडियाकर्मियों को लेकर कोई रोक टोक नहीं थी।

आसपास फटकने नहीं दिया
बता दें कि अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले आरोपितों ने मीडियाकर्मी का चोला इस्तेमाल किया था। इन तीनों हत्यारों को बुधवार को कोर्ट में पेश करने के लिए लाया गया तो मीडिया को उनसे काफी दूर रखा गया। पुलिस लाइंस हो या फिर कोर्ट या फिर काल्विन अस्पताल। कहीं भी पुलिस ने मीडिया को इन तीनों के आसपास भी फटकने नहीं दिया। पुलिस के इस रवैये की चर्चा वकीलों के बीच रही।

छावनी बन गया था काल्विन अस्पताल
कोर्ट से रिमांड मंजूर होने के बाद पुलिस टीम तीनों को लेकर मेडिकल कराने काल्विन हॉस्पिटल पहुंची। तीनों को लेकर पुलिस प्रिजन वैन से काल्विन हॉस्पिटल पहुंची। इनके पहुंचने से पहले हॉस्पिटल परिसर से लेकर अंदर तक छावनी में तब्दील हो गया। रोड के दोनों तरफ भारी संख्या में फोर्स सुरक्षा को लेकर अलर्ट रही। प्रिजन वैन से उतराने के बाद यहां भी दोनों को दौड़ाते हुए कल्विन हॉस्पिटल के अंदर ले जाया गया। मेडिकल के बाद तीनों पूछताछ के लिए लेकर एसआईटी चली गई।