- लोन एप के जरिये ठगी का चल रहा गेम

डेढ महीने में डेढ दर्जन करीब केस आए सामने

- साइबर सेल कर रहा प्लेट स्टोर पर उपलब्ध इंस्टैंट लोन देने वाले एप की जांच

PRAYAGRAJ: इन दिनों लोन एप के जरिए ठगी की जा रही है। आज के टाइम पर हर किसी को लोन की जरूरत है। बैंक के लंबे प्रोसेस व पेपर पूरा न होने के चलते लोग इस्टैंट लोन देने वालों के चक्कर में पड़ जाते है। इसी का फायदा उठाते हुये कई लोन एप कंपनियां लोगों को घर बैठे एप के जरिये से लोन दे रही हैं। इन लोन एप के जरिये से छोटी-छोटी जानकारी हासिल कर साइबर शातिर पैसा उड़ा दे रहे है। साइबर सेल के पास डेढ़ महीने में डेढ दर्जन करीब शिकायत प्राप्त हुई है।

केस वन

लूकरगंज निवासी प्रदीप गुप्ता ने फटाफट लोन एप के जरिये 11 जनवरी को अप्लाई किया था। लोन अप्रूव होने के बाद लोन अमाउंट ट्रांसफर हेतु बैंक डिटेल्स मांगा। जैसे ही ओटीपी डाला 6 हजार रुपये कट गया।

केस टू

फाफामऊ निवासी विकास कुमार कुशवाहा ने 20 दिसंबर को नेट पर एक लोन एप का वीडियो देखा। उसको प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के बाद पहले पूरी पर्सनल डिटेल्स लिया। उसके बाद बैंक का डिटेल्स लिया। लोन का पैसा ट्रांसफर के लिए एक ओटीपी आई। उसके कुछ देर बाद एकाउंट से 28 सौ रुपये उड़ गया।

केस थ्री

दारागंज कच्ची सड़क निवासी पप्पू सोनकर ने 23 जनवरी को लोन एप के जरिये 25 हजार का लोन अप्लाई किया था। लोन अप्रूवल का मैसेज आया। पैसा रिसीव करने के लिए एक ओटीपी भेजा गया। लोन का 25 हजार नहीं बल्कि 46 सौ रुपये एकाउंट से उड़ गया।

केस फोर

कटरा निवासी सौरभ ने 17 जनवरी को लोन अप्लाई किया था। एप के जरिये पर्सनल व बैंक का डिटेल्स भरने के बाद लोन का पैसा नहीं आया। बल्कि एकाउंट से 32 सौ रुपये कट गया।

ऐसा हो रहा खेल

साइबर एक्सपर्ट की माने तो यह ठगी करने का नया फंडा है। क्योंकि इस एप पर छोटे रकम से लेकर बड़े रकम तक लोन दिया जाता है।

जो लोगों को छोटी फॉर्मेलिटी करके इंस्टैंट लोग देने की बात करते है।

एप इंस्टॉल करने के बाद पहले पूरी पर्सनल डिटेल्स लेता है।

उसके बाद लोन अप्रूवल पर बैंक डिटेल्स भरने को कहा जाता है।

उसके बाद एक वेरीफिकेशन कोड हेतु ओटीपी भेजा जाता है।

जैसी ही ओटीपी यूज होता है, वैसे ही एकाउंट से पैसा कट जाता है।

डेढ़ महीने के अंदर 16 ऐसे केस सामने आये है। हालांकि इसमें बड़ी रकम ठगी का शिकार होने वाला कोई नहीं है। इसमें ज्यादातर लोग छोटे लोन वाले शामिल है।

यह ध्यान रखें

- बैंक संबंधी जानकारी न दें

- ऐप के चक्कर में न फंसें

- यदि लोन चाहिए तो जिस बैंक में आपका खाता है, लोन वहीं से लें

- ऐप के चक्कर में न फंसें

- पेमेंट रिसीव करते वक्त ओटीपी नहीं डाला जाता है

इस बीच केस बढ़े है। कोई भी व्यक्ति अनऑथराइज्ड डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए या फिर मोबाइल एप से लोन के लिए अप्लाई न करें। लोग एप डिजिटल प्लेटफॉर्म और मोबाइल एप से लोन से बचें जो तुरंत ही आपको बिना पेपर वर्क के फटाफट लोन देने का झांसा देते है।

आशुतोष मिश्र, एसपी क्राइम