- कोरोना काल में इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे बेस्ट आप्शन है गोल्ड

- लास्ट इयर भी लॉकडाउन में गोल्ड की लगातार बढ़ रही थी चमक

प्रयागराज- अक्षय तृतीया पर गोल्ड खरीदने की परम्परा देश में सदियों से है। यही कारण है कि लोग गोल्ड में ज्यादा

इन्वेस्टमेंट करने की कोशिश करते हैं। जिससे अच्छा रिटर्न मिल सके। लास्ट इयर भी कोरोना महामारी के दौरान चल रहे लॉक डाउन में पड़े अक्षय तृतीया पर लोगों ने गोल्ड में जमकर इन्वेस्टमेंट किया था। यही कारण था कि जहां एक तरफ देश की पूरी मार्केट नीचे जा रही थी। वहीं गोल्ड अपने लगातार ऊंचाई पर पहुंचकर कीíतमान बनाने में जुटा था। ऐसे में शेयर मार्केट के जानकार इस बार भी अक्षय तृतीया पर गोल्ड में ही इन्वेस्टमेंट करने की सलाह देर रहे हैं। जानकार मानते हैं कि इस बार भी गोल्ड की ऑनलाइन परचेजिंग पिछले साल का रिकार्ड तोड़ेगी।

पुण्य लाभ के साथ गोल्ड करेगा मालामाल

गोल्ड कारोबारियों की माने तो गोल्ड में इन्वेस्टमेंट हमेशा से ही फायदे का सौदा हो रहा है। लास्ट इयर भी कोरोना के समय सबसे ज्यादा लोगों ने गोल्ड की परचेजिंग की। जहां तक अभी की परिस्थिति की बात है, तो इस समय भी अक्षय तृतीया के मौके पर गोल्ड की ऑनलाइन ट्रेडिंग सबसे बेस्ट आप्शन है। क्योंकि ये लॉग टर्म में सबसे ज्यादा मुनाफा देकर जाता है। ऐसे में अगर कोई भी अक्षय तृतीया के मौके पर गोल्ड खरीदना चाहता है, तो इनवेस्टमेंट के लिहाज से ये सबसे बेस्ट टाइम है।

गोल्ड का रेट कभी नहीं हुआ धड़ाम

जानकार बताते हैं कि शेयर मार्केट में सिर्फ गोल्ड ही है, जिसका रेट कभी अचानक से धड़ाम नहीं हुआ। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि गोल्ड की डिमांड हमेशा बनी रहती है। आम आदमी भी गोल्ड में पैसे लगाता है। जबकि ट्रेडिंग के बिजनेस में दूसरी चीजों के रेट लगातार ऊपर और नीचे होते रहते हैं। ऐसे में गोल्ड ही सेक्योरिटी बेस्ड रिटर्न देता है। जो किसी और इनवेस्टमेंट में नहीं मिलता है। ऐसे में अक्षय तृतीया पर गोल्ड की ट्रेडिंग करना सबसे अच्छा रहेगा।

- इनवेस्टमेंट के लिहाज से गोल्ड हमेशा से ही बेस्ट आप्शन रहा है। ट्रेडिंग करने वालों के लिए इस समय गोल्ड में इनवेस्ट करने का सबसे अच्छा टाइम है।

अभिनव सिंह

राजवंश ज्वैलर्स

- गोल्ड की मार्केट कभी अचानक से धड़ाम नहीं होती है। लॉग टर्म में गोल्ड हमेशा ही सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला इनवेस्टमेंट होता है। ऐसे में अक्षय तृतीया जैसे शुभ अवसर पर गोल्ड की ट्रेडिंग अच्छा आप्शन है।

विजय सिंह

राजपूत ज्वैलर्स

- लास्ट इयर लॉकडाउन पूरी दुनिया में था। मार्केट में फिजिकल गोल्ड नहीं दिख रहा था। जितनी ट्रेडिंग हुई, सब ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के जरिए हुई। ये मानसिकता है कि किसी भी आपात काल के समय लोग मेटल में सबसे ज्यादा इनवेस्टमेंट करते हैं। ईटीएफ के जरिए इनवेस्टमेंट में फिजिकल डिलेवरी भी होती है। यही कारण था कि लास्ट इयर लॉक डाउन के समय गोल्ड का रेट 53000 तक गया था। इस बार भी गोल्ड इनवेस्टमेंट के लिए बेस्ट आप्शन है। अगर मार्केट की स्थिति और आगे आने वाले दिनों की स्थिति को देखते तो ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि गोल्ड 44 से 45000 के नीचे नहीं जाएगा। लेकिन जहां तक उसके ग्रोथ की बात करें तो ये 53000 तक के रेट को टच कर सकता है। इसलिए इस बार भी गोल्ड में सबसे ज्यादा इनवेस्टमेंट होने की उम्मीद है। जो एक अच्छा आप्शन रहेगा।

दीपक सिंह

फाच्र्यून सेक्योरिटी

फ्रैंचाइजी ओनर, मोती लाल ओसवाल फाइनेसियल सíवसेज लिमिटेड

ऑनलाइन शापिंग बेस्ट है आप्शन

प्रयागराज- : इस बार अक्षय तृतीया 14 मई को पड़ रहा है। इसी दिन भगवान परशुराम का प्राकट्य दिवस भी मनाया जाता है। यह विवाह, गृह प्रवेश, खरीदारी, नए कार्य की शुरुआत के लिए सबसे उत्तम तिथि है। हर बार अक्षय तृतीया पर बाजार खरीदारों से पट जाते थे। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण कफ्र्यू से इस बार बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। ऐसी स्थिति में ज्योतिíवद पुराने सिक्कों को पवित्र करके पूजन करने व ऑनलाइन खरीदारी करने की सलाह दे रहे हैं।

ग्रह नक्षत्र ज्योतिष शोध संस्थान के निदेशक ज्योतिषाचार्य विजय मेहरोत्रा ने बताया कि 14 मई शुक्रवार को अक्षय तृतीया के अलावा मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। चंद्रमा शाम को 5.03 तक वृष राशि में रहेंगे, उसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बताया कि अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर ऑनलाइन बचत खाता प्रारंभ करके धीरे-धीरे उसमें धन जमा कराया जा सकता है। साथ ही अक्षय तृतीया पर गोल्ड बांड खरीदना भी अच्छा आप्शन है।

राशि के अनुरूप करें दान

अक्षय तृतीया पर राशि के अनुरूप दान करने से पुण्य लाभ मिलता है। ज्योíतविद आशुतोष वाष्र्णेय ने राशि के अनुरूप दान करने की सलाह दी है। बताया कि किस राशि के जातक को क्या दान करने से पुण्य लाभ मिलेगा।

-मेष : जौ या जौ से बने पदार्थ, सत्तू एवं गेहूं का यथा संभव दान करें

-वृषभ : ग्रीष्म ऋतु के फल, जल से भरी तीन मटकी एवं दूध का दान करें

-मिथुन : ककड़ी, खीरा, सत्तू व हरी मूंग दान करें

-कर्क : जल से भरी एक मटकी, दूध एवं मिश्री किसी साधु को दान करें

-सिंह : सत्तू, जौ एवं गेहूं में से किसी एक पदार्थ का यथासंभव दान किसी मंदिर में करें

-कन्या : ककड़ी, खीरा एवं तरबूज मंदिर में दान करें

-तुला : मजदूरों या राहगीरों को पानी पिलाएं। किसी गरीब को जूते-चप्पल दान करने से ग्रह दोष कम होगा

-वृश्चिक : किसी गरीब व्यक्ति को जल से भरा पात्र, छाता अथवा पंखा दान करने से कष्टों से राहत महसूस करेंगे

-धनु : बेसन से निíमत पदार्थ, चने की दाल, मौसमी फल या सत्तू में से कोई भी एक पदार्थ दान करें

-मकर : जल से भरी मटकी, दूध एवं मीठे पदार्थ गरीब को दान करें

-कुंभ : जल से भरा मटका, मौसमी फल तथा गेहूं किसी गरीब व्यक्ति को दान करें

-मीन : चार हल्दी की गांठ ब्राह्मण को दान स्वरूप दें। बेसन से निíमत पदार्थ व सत्तू दान करें