कब मरी मां पड़ोसियों को भी पता नहीं चला, पुलिस ने बेटे को थाने में बैठाया

बर्दाश्त के बाहर हुई दुर्गन्ध तो पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना

मौत छिपाने के पीछे क्या राज हो सकता है? किसी कारण से बेटे ने ऐसा किया या फिर उसकी मेंटल कंडीशन ठीक नहीं है? दोनों सवाल फिलहाल झूंसी पुलिस के लिए पहेली बने हुए हैं। यह सवाल तब उठ खड़े हुए जब कोहना गांव से आयी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पता चला कि एक बेटा अपनी मां की सड़ी-गली लाश के साथ रह रहा है। यह देखकर पुलिसवालों के साथ स्थानीय लोग भी सन्नाटे में आ गये। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया और बेटे को पूछताछ के लिए थाने में बैठा लिया। देर रात तक पुलिस को बेटे से चौंकाने वाली कोई बात पता नहीं चली थी।

80 साल से ज्यादा भी बुजुर्ग की उम्र

मृतका का नाम सुगन बताया गया है। उसकी उम्र 80 साल से ज्यादा थी। उसके पकड़े बेटे का नाम शहजादे बताया गया है। उसकी उम्र भी 50 वर्ष से अधिक है। इन दोनों के अलावा परिवार में कोई सदस्य नहीं है। सुगन की मौत कब हुई किसी को पता नहीं है। बेटा जानता था कि मां की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी उसने किसी को इसकी सूचना नहीं दी। आसपास के लोगों ने शहजादे से मां के बारे में पूछा तो वह टाल-मटोल करने वाला जवाब देता रहा। गुरुवार दोपहर उसके घर से तेज दुर्गंध उठने से पड़ोसियों को शक हुआ। दुर्गंध से पड़ोसी परेशान हो गए तो शहजादे के घर में खिड़की से झांक कर देखा। अंदर कमरे में सुगन की बॉडी पड़ी थी। पड़ोसियों को मामला समझते देर नहीं लगी। जब शहजादे से पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी मां अब नहीं रही। इस पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी।

मृत बछड़े के साथ भी रहा कई दिन

पुलिस को शहजादे की मेंटल कंडीशन खराब लगती है। पुलिस का कहना है कि इसके पहले शहजादे के घर में बछड़े की मौत हो गयी थी। वह उसके मृत शरीर के साथ कई दिन रहा था। पुलिस का कहना था कि एक बार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाय तो सबकुछ अपने आप क्लीयर हो जाएगा।

मृतका के 50 वर्षीय बेटे शहजादे उर्फ झींगुर से पूछताछ की जा रही है। वह कुछ बता नहीं रहा है। पोस्टमार्टम से स्पष्ट होगा कि महिला की मौत कैसे हुई। अभी तक बॉडी को घर में रखना ही आपत्तिजनक पता चला है।

समशेर बहादुर सिंह पटेल

झूंसी थाना प्रभारी