प्रयागराज (ब्यूरो)। श्रमिकों के बच्चों को सरकार द्वारा बेहतर शिक्षा देने का मंसूबा भी सरकारी अधिकारी कामयाब नही होने दे रहे हैं। ऐसा कोरांव के बेलवट गांव में हो रहा है, जहां कान्वेंट पैटर्न पर बोर्डिंग स्कूल की शिक्षा देने के 70 करोड़ की लागत से अटल आवासीय विद्यालय बनवाया जा रहा है। निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लेने डीएम संजय कुमार खत्री गुरुवार को मौके पर अचानक पहुंचे तो कमियां बाहर आ गईं। यहां फिनिशिंग कार्य घटिया दर्जे का कराया जा रहा था। इस पर डीएम ने पीडब्ल्यूडी सीडी-वन के सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता का वेतन रोके जाने का निर्देश दिए।
प्रोजेक्ट पर है पैनी नजर
इस दौरान डीएम ने बिङ्क्षल्डग में प्रयोग किए गए मैटेरियल की तकनीकी जांच कराने को भी कहा है। कार्यदायी संस्था जीएस एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर पर कड़ी नाराजगी जताते हुए चेतावनी जारी की है। सरकार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों पर मंत्री और उच्चाधिकारियों की पैनी नजर होने के बाद भी इसमें लापरवाही बरती जा रही है। इसके पहले भी डीएम और कमिश्नर ने यहां निर्माण कार्यों में कमी पकड़ी थी। इसके अलावा श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने भी पूर्व में यहां लापरवाही पकड़ी थी। फिर भी अधिकारियों के कान में जूं नही रेंग रही है। इस दौरान डीएम ने बिङ्क्षल्डग में शीपेज रोकने को कहा। पुलिस चौकी के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा। डीडीओ भोलानाथ कनौजिया, उप श्रमायुक्त राजेश मिश्रा मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय के निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की खामी को बर्दाश्त नही किया जाएगा।