प्रयागराज (ब्‍यूरो)। हाईकोर्ट से लेकर महाधिवक्ता कार्यालय की बिल्डिंग तक की फायर सुरक्षा को लेकर अफसरों ने दिमाग खपाना शुरू कर दिया है। कुछ अफसरों की मानें तो आने वाले दिनों में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईट्रिपलसी) के कैमरों से इन भवनों की निगरानी की जाएगी। ठीक उसी तरह से जैसे चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जा रही है। कहा जा रहा है कि यह सुविधा अलम में आने के बाद इन भवनों में आग या अन्य कोई घटना होने पर तुरंत पुलिस को मालूम चल जाएगा। समय से खबर मिलने की दशा में फायर ब्रिगेड विभाग हो या फिर पुलिस क्विक एक्शन ले सकेगी। यहां जवानों की संख्या भी बढ़ाए जाने पर विचार शुरू हो गया है। बिल्डिंग में अंदर से बाहर तक वायरिंग व जल प्रबंधन एवं फायर उपकरणों को मजबूत किया जा सकता है। इन सब के बीच बिल्डिंग में लगी आग की जांच में जुटी टीमें हर एंगल को टटोल रही हैं। मंगलवार को भी यहां जांच टीमें डटी रहीं।
दिक्कतों को किया जा रहा कोट
आग बुझाने के वक्त आई दिक्कतों को भी कोट किया जा रहा है। ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थिति उत्पन्न नहीं हो और हो भी तो इस तरह की दिक्कतें सामने नहीं आएं। हर एंगल पर जांच के बाद टीमें अपनी रिपोर्ट अफसरों व शासन को सुझाव के साथ भेजेंगी। इसी सुझाव को आधार मानते हुए अग्निशमन से जुड़े सुरक्षा के इंतजाम यहां किए जाएंगे। महाधिवक्ता कार्यालय की बिल्डिंग में लगी आग के पूर्व फायर ब्रिगेड द्वारा की गई कार्रवाइयों का ब्योरा शीर्ष अफसरों को भेजा गया है।