प्रयागराज (ब्यूरो)। अगले साल विधानसभा चुनाव होन वाले हैं। इसलिए जो वाहन अभी हायर होगा वह चुनाव के बाद ही वापस मिलेगा। यह चिंता अधिकारियों को खूब सता रही है। दरअसल तमाम विभागों में अधिकारियों ने ट्रेवल एजेंसियों की लग्जरी गाडिय़ों को किराए पर हायर किया है। कुछ वाहन विभागों ने सरकारी मद से खरीदे भी हैं। इसका खर्च और ईंधन भी सरकार के खाते से जाता है। ऐसे में चुनाव आने पर प्रशासन इन वाहनों को अधिग्रहीत करने में जुट गया है।
पहुंचने लगे डिमांड लेटर
चुनाव के दौरान 645 हल्के वाहनों यानी चार पहिया की जरूरत पड़ेगी। अब प्रशासन यह पता लगा रहा है कि किस विभाग में कितने वाहन किराए पर लगाए गए हैं। सूची मांग ली गई है। जिन विभागों में वाहन लगे हैं वहां डिमांड लेटर भेजकर मंगवाया जा रहा है। अगर कोई विभागीय अधिकारियों वाहन देने से ऐतराज करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है।
निजी वाहनों की बजेगी बैंड
आमतौर पर अधिकारी अपने निजी वाहन का यूज नही करते हैं। क्योंकि सरकारी काम के दौड़ भाग में इनका मेंटनेंस खर्च बढ़ जाता है। लेकिन चुनाव में विभागीय वाहन हायर हो जाने के बाद अधिकारियों को अपने निजी से कार्यालय आना होगा। जिससे वह बचने की कोशिश करते हैं। अधिकारी इस कोशिश में लग गए हैं कि किसी तरह से उनका विभागीय वाहन अधिग्रहीत न किया जाए। इसके लिए वह चुनाव में लगे प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं।
कितने वाहनों की है जरूरत
कुल पोलिंग बूथ- 5076
कुल सेक्टर- 355
कुल जोन- 50
प्रेक्षकों की संख्या- 17
हल्के वाहनों की आवश्यकता- 645
हल्के वाहनों की उपलब्धता- 1126
कुल भारी वाहनों की आवश्यकता
बस- 577
मिनी बस- 538
उपलब्ध बसें- 429
उपलब्ध मिनी बसें- 678
कुल रिजर्व बड़े वाहन- दस फीसदी
वाहन जुटाने में छूट रहा पसीना
आरटीओ समेत तमाम विभागों से उपलब्ध वाहनों के आंकड़े तो प्रशासन को मिल गए लेकिन अब इनको जुटाने में अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। वाहन मालिक अपना वाहन देने में आनाकानी कर रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों को सख्ती भी दिखानी पड़ रही है। कुल मिलाकर अधिकारी आने वाले कुछ महीनों में सरकारी लग्जरी वाहन का मजा नही ले सकेंगे। उन्हें अपने वाहन से कार्यालय जाना होगा।
तमाम विभागों पत्र भेजा जा रहा है। उनके यहां उपलब्ध वाहनों को चुनाव में अधिग्रहीत किया जा रहा है। चुनाव में अधिक संख्या में वाहनों की आवश्यकता होती है।
केके बाजपेई सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रयागराज