कम दाम पर सोफा देने का जालसाज ने दिया था झांसा

सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज, शातिर का पता लगाने में जुटी पुलिस

हाईकोर्ट के अपर शासकीय अधिवक्ता आशीष मणि त्रिपाठी से जालसाज ने 12 हजार रुपये ठग लिए। उनको कम दाम पर सोफा देने की बात कही थी। रिपोर्ट सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच करने के साथ ही जालसाज का पता लगाने में जुटी है।

आनलाइन बुक किया था सोफा

सिविल लाइंस थानांतर्गत ताशकंद मार्ग के रहने वाले आशीष मणि त्रिपाठी हाईकोर्ट में अपर शासकीय अधिवक्ता हैं। उनको सोफा लेना था, इसलिए दस अगस्त को उन्होंने करीब 47 हजार के सोफे की ऑनलाइन बु¨कग की। इसके बाद उनके पास संजय कालरा नामक व्यक्ति का फोन आया। उसने बताया कि ऑनलाइन जिस सोफे की बु¨कग कराई गई है, वह उसके पास से ही जाएगा। इस सोफे को वह 36 हजार में ही दे देगा, लेकिन इससे पहले उनको की गई बु¨कग को रद करना होगा। अशीष मणि ने बु¨कग निरस्त कर दी। इसके बाद संजय कालरा ने उनके वाट्सएप पर कई सोफे का डिजाइन भेजा। उन्होंने 42 हजार रुपये के एक सोफे को पंसद किया। संजय ने दस दिन में सोफे को पहुंचाने की बात कहते हुए अपने पिता भीमसेन कालरा के खाते में 21 हजार रुपये ऑनलाइन पेमेंट की बात कही। जिस पर आशीष मणि ने 16 अगस्त को 12 हजार रुपये खाते से ट्रांसफर कर दिए। शेष रुपये सोफा आने के बाद देने को कहा। लेकिन तय समय तक सोफा नहीं आया। इसके बाद आशीष मणि ने संजय कालरा को फोन लगाया तो उसका नंबर लगातार स्विच ऑफ मिला। वाट्सएप का¨लग करने पर भी उसने फोन रिसीव नहीं किया, तब जाकर उनकी समझ में आया कि वह ठगी के शिकार हो गए हैं। सिविल लाइंस पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर जालसाज का पता लगाया जा रहा है।