प्रयागराज (ब्यूरो)जनता की सेवा में लगे सरकारी कर्मचारी अब उन्ही का शोषण करने पर उतारू हैं। मामला सदर तहसील का है। जहां एक लेखपाल ने फर्जीवाड़ा कर एक दलित की भूमि का बैनामा अपनी मां के नाम से करा लिया। जब इसकी शिकायत हुई तो कमिश्नर ने डीएम को जांच कराने का आदेश दिया। फिलहाल प्रशासन ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है और विभागीय जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जमीन की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।

कूटरचित तरीकों से दिया अंजाम
कमिश्नर विजय विश्वास पंत से की गई शिकायत में बताया गया कि सदर तहसील के कटहुला गौसपुर संबद्ध क्षेत्र शाहा उर्फ पीपलगांव में तैनात लेखपाल अंशुमान ङ्क्षसह ने कारनामे को अंजाम दिया। उन्होंने शाहा उर्फ पीपलगांव के अनुसूचित जाति के फूलचंद्र के बेटों अजय व सुभाष तथा पत्नी पितनी देवी की जमीन कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से अपनी मां गीता ङ्क्षसह के नाम बैनामा करा लिया। शिकायत के बाद कमिश्नर के निर्देश पर डीएम नवनीत ङ्क्षसह चहल ने एसडीएम सदर अभिषेक ङ्क्षसह, तहसीलदार व नायब तहसीलदार तथा राजस्व निरीक्षक की टीम से जांच कराई। रिपोर्ट के आधार पर लेखपाल को निलंबित कर दिया गया।

दबाव बनाने की बात आई सामने
मामले की विभागीय जांच भी कराई जा रही है। माना जा रहा है कि लेखपाल को शीघ्र ही बर्खास्त भी किया जाएगा। शहर के अंदर पीपलगांव में इस भूमि की कीमत करोड़ों रुपये आंकी गई है। आरोप है कि इसके लिए लेखपाल ने भूमि स्वामियों पर कई तरह के दबाव भी बनाया था। अधिकारियों ने बताया कि लेखपाल के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। विभागीय जांच रिपोर्ट आने पर बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी। इस मामले को लेकर शुक्रवार केा सदर तहसील में चर्चा का बाजार गर्म रहा।