प्रयागराज (ब्यूरो)।इलाहाबादी जान दांव पर लगाकर सड़कों पर ड्राइविंग करते हैं। उन्हें अपने साथ दूसरों की जान की भी फिक्र नही होती है। फिर चाहे चालान हो जाए या दुर्घटना हो जाए। यह हम नही कह रहे हैं। बुधवार को आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यह तथ्य सामने आए हैं। जिसमें महज पांच माह में लगभग दस हजार चालान यातायात महकमें द्वारा रोड सेफ्टी परपज से किए गए हैं। इसमें सीट बेल्ड नहीं बांधने, हेलमेट न पहनने और ड्राइविंग के दौरान मोबाइल यूज करने के मामले सामने आए हैं।
मंडल में नंबर वन प्रयागराज
यहां भी नंबर वन बना प्रयागराज
प्रयागराज में पांच माह में ओवरलोड 873 वाहनों के चालान से 471.01 लाख वसूले गए हैं। कौशांबी में चालान से 108.34 लाख, प्रतापगढ़ में 395 वाहनों के चालान से 86.62 लाख और फतेहपुर में 554 ओवरलोड वाहनों से 158.35 लाख की वसूली गई है। बताया गया कि टोल प्लाजा पर अधिकतर वाहनों के अंडर लोडिंग चलने से ओवरलोड वाहनों की सूची में कमी आई है। स्कूली वाहनों की जांच एवं फिटनेस समाप्त वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही में प्रयागराज में 1806 स्कूल वाहनों के सापेक्ष 1231 की जांच की गयी। इसी क्रम में कौशाम्बी में 299 स्कूल वाहनों में से 197, प्रतापगढ़ में 1168 स्कूल वाहनों में से 546 और फतेहपुर में 616 स्कूल वाहनों के सापेक्ष 544 की जांच की गयी है। शेष समस्त स्कूल वाहनों को मानक के अनुरूप फिटनेस प्राप्त करने हेतु नोटिस निर्गत थमाए गए हैं। प्रयागराज में 34, कौशाम्बी में 2, प्रतापगढ़ में 40 और फतेहपुर में 18 स्कूल वाहनों के खिलाफ चालान बंद की कार्रवाई की गई है।