प्रयागराज (ब्यूरो)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय एवं एफआरसी कार्यालय का घेराव कर छात्रों की विभिन्न मांगों एवं एयू की शिक्षक भर्ती में सुचिता एवं पारदर्शिता बनाए रखने को ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा छात्रावासों के शुल्क को प्रतिवर्ष 10 फीसदी बढ़ाए जाने का विरोध किया है। शिक्षक भर्ती हेतु साक्षात्कार में कुलपति महोदया एवं विवि से सेवानिवृत्ति प्रो। मनमोहन कृष्णा के करीबी की चयन प्रक्रिया में विश्वविद्यालयी तंत्र के सहयोग की बात को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
सदस्यों ने डीएसडब्लू ऑफिस में तीन मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इसमें प्रत्येक वर्ष छात्रावासों के शुल्क में 10 फीसदी वृद्धि किए जाने के निर्णय, विश्वविद्यालय में 60 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों का छात्रवृत्ति देने हेतु फॉर्म भरवाकर छात्रवृत्ति न देने, विश्वविद्यालय में गरीब छात्र कोष संबंधित अनियमितता और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया गया है। संगठन के इकाई अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षक भर्ती में वीसी और रिटायर प्रो मनमोहन कृष्णा की भूमिका को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया। अखिलेश कुशवाहा धीरज पाण्डेय, आशुतोष मिश्र, अमन, प्रीत, अभिषेक यायावर आदि उपस्थित रहे।