प्रयागराज ब्यूरो । एमएनएनआईटी में कलरव-अविष्कार के चौथे दिन ने कला और संस्कृति का शानदार संगम देखने को मिला। छात्रों ने विविधता और रचनात्मकता को पूरे जोश से अभिव्यक्त किया। दिन की शुरुआत पेंट द वे प्रोग्राम से हुई। इसमें छात्रों ने अपने रंगों और कल्पना के माध्यम से साधारण स्थानों को अद्भुत कला कृतियों में बदल दिया।
रंगमंच ने किया अट्रैक्ट
छात्रों की इस समर्पित कला ने दर्शकों को प्रेरित किया और मंच पर प्रदर्शित रचनात्मकता से प्रभावित किया। दोपहर में नृत्यांजलि और देसी सिंक में अलग-अलग क्षेत्रों की संस्कृतियों का परिचय देने वाले नृत्य प्रस्तुत किए गए। विविध शैलियों और भारत के विभिन्न प्रदेशों के लोक नृत्यों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत का जश्न अनुनाद वॉयस ऑफ कलरव के साथ जारी रहा, जिसमें प्रतिभाशाली गायक अपने संगीत के प्रति प्रेम को प्रस्तुत करते हुए विभिन्न शैलियों में प्रदर्शन कर रहे थे। शास्त्रीय संगीत से लेकर आधुनिक गीतों तक, हर प्रस्तुति ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। यूफनी ने संगीतमय ऊर्जा को एक नई ऊँचाई पर पहुँचाया, जहाँ बैंड और एकल कलाकारों ने ऊर्जावान प्रदर्शन किए।
परीक्षा पर चर्चा
साहित्यिक गतिविधियों में परीक्षा पे चर्चा जैसे कार्यक्रम भी शामिल थे, जिसमें छात्रों ने परीक्षा के दबाव और छात्र जीवन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। इसके अतिरिक्त, पोएट्री स्लैम में युवा कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से समाज के प्रति अपने विचार प्रस्तुत किए। चौथे दिन के समापन पर, परिसर में एकता और उपलब्धि की भावना व्याप्त थी।