प्रयागराज ब्यूरो । शहर के लोगों के लिए लाइट मेट्रो ट्रेन का इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है। लाइट मेट्रो की फाइल दौडऩे के बजाय फिलहाल रेंग रही है। यह अपने नतीजे तक कब पहुंचेगी, यह वाकई बड़ा सवाल है। इन सबके एक राहत भरी जानकारी जरूर आई है कि पीडीए के अधिकारियों और राइट्स कंपनी के मेंबर्स ने दो दिन पहले लाइट मेट्रो निर्माण के लिए परेड मैदान का सर्वे किया है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद लाइट मेट्रो के ट्रैक निर्माण का काम रफ्तार पकड़ सकता है।

दो रूटों पर होगा लाइट मेट्रो का संचालन

परेड मैदान का सर्वे लाइट मेट्रो के संचालन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। क्योंकि लाइट मेट्रो के जो दो रूट बनेंगे, उनका स्टेशन परेड मैदान पर ही बनेगा। यही पर आकर दोनों मेट्रों आपस में मिलेंगी। बता दें कि शहर में लाइट मेट्रो का संचालन 44 किलोमीटर तक किया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग स्थानों पर 39 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। 44 किलोमीटर की दूरी में लाइट मेट्रो के संचालन में 8747 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा।

कहां से कहां तक होगा संचालन

इसका संचालन बमरौली से सिटी लेक झूंसी तक 23 किलोमीटर और शांतिपुरम से छिवकी 21 किलोमीटर तक किया जाएगा। दोनों रूटों को जोडऩे वाला मुख्य स्टेशन परेड मैदान में तैयार किया जाएगा.लाइट मेट्रो का संचालन दो फेज में कराया जाएगा। पहले फेज में बमरौली से झूंसी सिटी लेक तक 20 स्टेशन बनाया जाएगा। वहीं शांतिपुरम से छिवकी तक 19 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। एक स्टेशन पर एक से दो मिनट तक लाइट मेट्रो का स्टापेज होगा। पीडीए के अधिकारियों ने बताया कि लाइट मेट्रो का ट्रैक बनाने के साथ ही परेड मैदान में मुख्य स्टेशन बनाने का काम भी शुरू हो जाएगी।

प्रयागराज में लेटलतीफ है मेट्रो का सफर

2016 में सपा सरकार ने प्रयागराज में मेट्रो ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। लेकिन, इसके बाद अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नही उठाया जा सका है। शुरुआत में यहां मेट्रो ट्रेन चलनी थी जिसे बाद में बदलकर भाजपा सरकार के काल में लाइट मेट्रो कर दिया गया है। हाल ही में राइट्स कंपनी ने लाइट मेट्रो की डीपीआर सौंप दी है। शुरु में मेट्रो के चार रूट निर्धारित थे। यह रूट मनौरी से चक हरिहर, इलाहाबाद बाईपास से करछना कोहड़ार क्रासिंग, सूबेदारगंज से कीडगंज और एसटीपी महेबा पट्टी से इरादतगंज तक का था।