देशी शराब की बोतल में पानी मिलाकर तैयार कर रहे थे एक बोतल का दो बोतल
दारागंज एरिया में पुलिस की छापेमारी, चार गिरफ्तार
PRAYAGRAJ: शराब के सौदागरों शौकीनों की जेब काटने में तनिक भी मुरव्वत नहीं कर रहे। उनके लूट खसोट का यह कारोबार जिले में हर तरफ चल रहा है। शनिवार देर शाम दारागंज कच्ची सड़क पर स्थित देशी शराब की सरकारी दुकान पर नए तरीके का कारनामा सामने आया। यहां एक बोतल से दो बोतल शराब बनाने का जादुई खेल चल रहा था। पानी मिलाकर कर तैयार की गई नई बोतल पर बार कोड से लेकर रैपर तक लगा रहे थे। इस दोनों बोतल को मिलाकर वे ग्राहकों को फुल रेट में वह भी सरकारी दुकान से बेचते थे। पुलिस की छापेमारी में यह काम करते हुए कुल चार शातिर गिरफ्तार किए गए। इनमें दो प्रतापगढ़ के और दो इसी जिले के हैं।
दुकान के पीछे बना रखा गोदाम
यह सब खेल दारागंज के कच्ची सड़क स्थित देशी शराब की सरकारी दुकान में हो रहा था। दुकान के पीछे संचालक गोदाम बना रहा था। गोदाम में जाने का रास्ता दुकान के अंदर से ही है। पुलिस के मुताबिक दुकान का सेल्समैन गोदाम के दरवाजे को बाहर से बंद कर रखा था। ताकि कोई देखे तो लगे कि गोदाम बंद है। इसी गोदाम के अंदर दुकान के लिए मंगाई गई देशी शराब की पेटियां रखी हुई थी। गोदाम में विक्रम सिंह निवासी घूरपुर, विजय शंकर निवासी दारागंज और अंकित सिंह व संदीप सिंह निवासीगण जेठवारा प्रतापगढ़ थे। चारों गोदाम के अंदर बैठकर पेटी से शराब की बोतल निकाल लिए थे। बाहर से मंगाई गई शीशी में बोतल की आधी शराब पटल देते थे। इसके बाद नई और वर्जिनल बोतल में पानी मिलाकर कर कैप लगा देते थे। तैयार की गई नई बोतल पर इनके द्वारा रैपर और बार कोड तक लगाए जाते थे। छापेमारी में पुलिस को इस गोदाम से कुल 191 पेटी शराब मिली है। काफी संख्या में बोतल और उस पर लगाए जाने वाले बार कोड एवं रैपर भी मिले हैं।
घूरपुर का पटेल दिया था बार कोड
गिरफ्तार चोरों शातिरों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि यह बार कोड वह घूरपुर के पटेल से लाए थे। वही इस बार कोड और बोतल पर लगाए जाने वाले रैपर को छपवाने का काम किया करता है। अब पुलिस को घूरपुर के उस पटेल की तलाश है जो यह सारे सामान की सप्लाई किया था। चारों ने बताया कि वह पटेल के नाम से ही चर्चित है। असली नाम इन चारों को भी नहीं मालूम।
पानी मिलाकर चारों एक में दो बोतल बना कर उसकी पैकिंग कर रहे थे। छापेमारी में काफी बार कोड और रैपर आदि मिले हैं। अभी छानबीन की जा रही है।
जय प्रकाश शाही
प्रभारी निरीक्षक दारागंज
बीज भंडार से बेची जा रही थी शराब
इस बार देशी के बजाय अंग्रेजी शराब की दुकान से अवैध शराब बेचे जाने का मामला शनिवार को सामने आया है। यह सफलता बहरिया पुलिस को मुखबिर की सूचना पर मिली। खबर मिली थी कि मुबारकपुर सरकारी अंग्रेजी शराब की दुकान के बगल एक कमरे में बीज गोदाम है। इसी बीज गोदाम में रखकर अवैध अंग्रेजी शराब सरकारी दुकान से बेची जा रही है। पुलिस ने मामले में सेल्समैन सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुबारकपुर में आबकारी विभाग द्वारा सरकारी अंग्रेजी शराब की दुकान अलाट की गई है। इस दुकान के बगल एक बीज भण्डार है। पुलिस बीज भण्डार पर पहुंची तो उसे 23 पेटी भरी हुई और तीन पेटी खुली हुई अवैध शराब मिली। बरामद पेटियों में रॉयल स्टेज, मेक डाबल, इम्पीरियल ब्लू, आफिसर चइस ब्लू, ब्लंडर स्प्राइट, मैजिक मूवमेंट, स्टर्किंग रिजर्व, की बोतलें शामिल हैं। कुछ बोतले ऐसी थीं जिसके रैपर नष्ट किए हुए थे। बहरिया पुलिस ने बताया कि सरकारी अंग्रेजी शराब की दुकान के सेल्समैन रमाकांत बिन्द निवासी सरायदारा सिकोह उर्फ मिझूरा थाना बहरिया व दुकान संचालक मनीष जायसवाल निवासी रामापुर थानाफतनपुर और राहुल मौर्या निवासी शेखपुर थाना फूलपुर से पूछताछ की गई। सेल्समैन ने बताया कि यह शराब वे दुकान के मालिक मनीष जायसवाल के कहते पर बेचता था। दुकान संचालक मनीष ने पुलिस को बताया कि बीज भण्डार के बगल ठेका है। दुकान में शराब रखवाने में दिक्कत थी इस लिए राहुल के बीज भण्डार में रखवा दिए थे। राहुल ने कहा कि हम भी अपनी दुकान से ही शराब बेच दिया करते थे। दुकान में शराब रखवाने के लिए उसे कुछ रुपये मनीष दिया करता था।