- क्राइम ब्रांच द्वारा पूछताछ के बाद सोमवार को झूंसी थाने में दर्ज है गिरफ्तारी
- शहर के कई थानों में योगेश तिवारी पर गंभीर धाराओं में दर्ज हैं कई मुकदमे
PRAYAGRAJ: प्रॉपर्टी के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले योगेश तिवारी पर एक दर्जन से अधिक केस दर्ज है। इनमें हत्या के प्रयास से लेकर फ्राड और मारपीट तक के मामले शामिल हैं। तीन दिन पूर्व हिरासत में लिए जाने के बाद क्राइम ब्रांच द्वारा पूछताछ की गई। साथ ही इसके क्राइम रिकार्ड भी खंगाले गए। छानबीन में पुलिस को उसके द्वारा किए गए गुनाहों की लंबीचौड़ी लिस्ट बरामद हुई। सोमवार को झूंसी पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी दर्ज की गई।
झूंसी थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा
फूलपुर इफ्को से रिटायर अधिकारी प्रभाष चंद्र गुप्ता द्वारा आवास विकास कॉलोनी झूंसी निवासी योगेश तिवारी के विरुद्ध तहरीर दी गई थी। तहरीर के आधार पर झूंसी थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा लिखा गया था। पुलिस के मुताबिक यह केस करीब दो साल पुराना है। प्रभाषचंद्र ने बताया कि वह बेटों के लिए प्रापर्टी खरीदा था। इसी बीच उनकी मुलाकात योगेश तिवारी से हुई थी। योगेश दिल्ली व मुंबई के बड़े कारोबारियों का जिक्र करते हुए प्रापर्टी को एक बड़े प्रोजेक्ट में शामिल कराने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर प्रापर्टी पर कब्जा कर लिया था। जब उसने इस बात का विरोध किया तो मंत्री व लखनऊ के कुछ अधिकारियों के संपर्क की धौंस देते हुए जान से मारने की धमकी दिया। इस बात की शिकायत प्रभाष ने कई बड़े अधिकारियों से की। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने योगेश तिवारी को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद सोमवार को झूंसी थाने में उसकी गिरफ्तारी दर्ज की गई।
किस थाने में कितने मुकदमें
बताया गया कि इसके खिलाफ फूलपुर में चार, जार्जटाउन में दो, कैंट में दो, कर्नलगंज में दो, दारागंज एक, सिविल लाइंस में दो कुल 14 मुकदमे दर्ज हैं। योगेश मूल रूप से उग्रसेनपुर उर्फ बीबीपुर थाना फूलपुर हालपता एलआईजी आवास विकास कॉलोनी झूंसी है।
सोमवार को उसे गिरफ्तार कर थाने में लिखा पढ़ी की गई। पूछताछ व छानबीन में उसके खिलाफ विभिन्न थानों में कुल 14 मुकदमे दर्ज हैं।
शमशेर बहादुर सिंह, इंस्पेक्टर झूंसी