74

स्कूल हैं जिले में सीबीएसई बोर्ड के

10180

ने 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए कराया था रजिस्ट्रेशन

99.22

परसेंट रहा डिस्ट्रिक्ट के स्कूलों का टोटल रिजल्ट

99.10

परसेंट डिस्ट्रिक्ट में ब्वायज का पासिंग परसेंटेज

99.42

परसेंट रहा डिस्ट्रिक्ट के ग‌र्ल्स स्कूलों का पासिंग परसेंटेज

ब्वायज के मुकाबले 0.32 प्रतिशत अधिक रहा ग‌र्ल्स का पासिंग परसेंटेज

श्चह्मड्ड4ड्डद्दह्मड्डद्भ@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

भले ही परीक्षा में फिजिकली एपीयर नहीं हुए थे। भले भी बोर्ड परीक्षा के दौरान का पूरा टेंशन नहीं झेला था। लेकिन, रिजल्ट को लेकर टेंशन में थे। परिवार के सदस्यों का भी कुछ ऐसा ही हाल था। दोपहर बाद रिजल्ट घोषित किया गया तो सबके चेहरे खिल उठे। जिले का रिजल्ट 99 फीसदी से अधिक था। इसमें भी छात्राओं ने बाजी मार ली थी। उन्होंने .32 फीसदी के अंतर से छात्रों को पीछे छोड़ दिया।

स्कूलों ने किये टॉपर को लेकर दावे

आधी आबादी की चमक इस बार भी बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट पर साफ देखने को मिली। सीबीएसई के 12वीं के रिजल्ट जारी होने के बाद डिस्ट्रिक्ट में लड़कियों ने अपनी मेधा के दम पर अपनी बादशाहत कायम रखी। 12वीं बोर्ड परीक्षा में डिस्ट्रिक्ट में ग‌र्ल्स का पासिंग परसेंटेज ब्वायज के मुकाबले 0.32 प्रतिशत अधिक रहा। हालांकि सबसे अधिक अंक हासिल करने को लेकर स्कूल अपना दावा करते रहे। इस बार सभी स्टूडेंट्स को उनकी पहले की परीक्षाओं के आधार पर मा‌र्क्स दिए गए हैं। इस बार बोर्ड परीक्षा नहीं हो सकी थी। जिले में इस बार कुल 99.22 स्टूडेंट्स सफल घोषित किए गए। इसमें ग‌र्ल्स का पासिंग परसेंटेज 99.42 रहा। जबकि ब्वायज के पास होने का परसेंटेज 99.10 रहा।

10180 स्टूडेंट्स को होना था शामिल

सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए इस बार डिस्ट्रिक्ट से कुल 10180 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था। लेकिन बोर्ड परीक्षा शुरु होने के पहले ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण इस बार बोर्ड परीक्षाएं नहीं हो सकी थी। ऐसे में बोर्ड की ओर से सभी स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का फैसला लिया गया था। शुक्रवार को जारी रिजल्ट में प्रमोट किए स्टूडेंट्स का रिजल्ट घोषित किया गया था। 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए डिस्ट्रिक्ट से 74 स्कूलों के स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन किया गया था।

रिजल्ट जारी होने के साथ शुरू हो गया सेलिब्रेशन

बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद से ही हर कोई अपना रिजल्ट देखने के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर डटा रहा। दोपहर बाद जारी हुए रिजल्ट में अपने परिणाम देखने और प्रमोट किए जाने पर कितने अंक मिले। इसको लेकर उत्सुकता स्टूडेंट्स में बनी रही। बोर्ड परीक्षा में सफल होने के साथी घरों में सेलिब्रेशन शुरू हो गया। इस दौरान पैरेंट्स ने अपने बच्चों को मिठाई खिलाकर उनका हौसला बढ़ाया।

स्कूलों में नहीं दिखी रौनक

कोरोना के बढ़ते संक्रमण का असर इस बार बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट पर भी देखने को मिला। बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आते ही जहां स्कूल कैंपस स्टूडेंट्स से गुलजार हो जाता था। इस बार ऐसा नहीं दिखा। स्कूलों की ओर से भी बच्चों को रिजल्ट निकलने के बाद स्कूल में भीड़ लगाने से मना कर दिया गया था। जिसके कारण सिटी के ज्यादातर स्कूलों में इस बार बच्चों के पहुंचने और वहां सेलिब्रेट करने की स्थिति नहीं बन सकी। हालांकि कुछ स्कूलों में स्टूडेंट्स पहुंचे और टीचर्स व साथियों के साथ सेलिब्रेट किया। लेकिन दो साल पहले जैसी रौनक इस बार स्कूलों में नहीं देखी जा सकी।