- चार कुंतल 70 किलो गांजा के साथ तस्करी करने वाले गैंग के दो गिरफ्तार
- गैंग के दो सरगना की तलाश, उड़ीसा से लाया जा रहा गांजा एसटीएफ ने पकड़ा
PRTAYAGRAJ: हंडिया एरिया में गांजा तस्करी करने वाला एक बड़ा गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पकड़े गए गैंग के दो गुर्गो के साथ बरामद कंटेनर से चार कुंतल 70 किलो गांजा मिला है। अंतराष्ट्रीय मार्केट में इसकी कीमत करीब 90 लाख रुपये बताई गई। कंटेनर को मोडीफाई करवा कर गांजा तस्करी के लिए लाकर बनवा रखे थे। इसी लॉकर से एसटीएफ व नारकोटिक्स टीम ने गांजे की बोरियों को बरामद किया। यह गांजा उड़ीसा से यहां लाया जा रहा था। गिरफ्तार गुर्गे गैंग के दो सरगना के इशारे पर यह काम किया करते थे। दोनों सरगना टीम की पकड़ से दूर हैं। हालांकि इनका पूरा एड्रेस व नाम टीम को मालूम चल चुका है। अब टीम इन दोनों की तलाश में है। यहां लाए गए गंजा को सरगना फुटकर में छोटे सप्लायरों को बेचने का काम करते थे।
सरगना का भतीजा है कमलेश
टीम ने गांजा तस्करी करने वाले जिन गुर्गो को पकड़ा है उनमें एक का नाम कमलेश यादव है। वह भदोही जिले के ज्ञानपुर थाना स्थित चकहरबंश भटान निवासी मेही लाल यादव का बेटा है। जबकि दूसरे का नाम कुशल सिंह है। वह बिगहिया थाना हंडिया निवासी सूबेदार सिंह का बेटा बताया गया। कुशल सिंह गैंग के सरगना रूपम सिंह का सगा भतीजा है। सरगना दिनेश सिंह निवासी सेमराज जंगीगंज जिला भदोही का रहने वाला है। गांजा तस्करी का गैंग चलाने वाले रूपम सिंह व दिनेश सिंह ने यूपी के मीरजापुर, भदोही, वाराणसी, कौशाम्बी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर सहित अन्य जनपदों में अपना जाल फैला रखा है। पूछताछ में कमलेश ने बताया कि वह कंटेनर का चालक है। कंटेनर द्वारा उड़ीसा से मॉल लाने के लिए उसे सारे खर्च काटकर 10 हजार रुपये प्रति चक्कर दिनेश व रूपम देते थे।
चार से पांच ट्रिप माल उड़ीसा से लाता था
पुलिस की पूछताछ में कमलेश ने बताया कि वह महीने में कम से कम चार से पांच ट्रिप माल वह उड़ीसा से लाया करता था। एसटीएफ पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि कंटेनर सहित गांजा व गैंग के दोनों गुर्गे शुक्रवार को हंडिया इलाके के चकमदा व वासूपुर के बीच पकड़े गए। मुखबिर द्वारा मिली सटीक खबर के बाद इन दोनों की रेकी जनपद में के बार्डर से ही शुरू कर दी गई थी। बरामद गांजा लेकर गिरफ्तार गुर्गे सरगना दिनेश सिंह व रूपम के पास ही जा रहे थे।
राजस्थान से खरीदा था कंटेनर
बरामद कंटेनर राजस्थान के झुनझुन जनपद का है। इस कंटेनर को गांजा तस्कर गैंग के सरगना दिनेश सिंह ने खरीदा था। हालांकि अभी कंटेनर दिनेश सिंह के नाम ट्रांसफर नहीं है। मतलब यह कि कंटेनर का मालिक अब भी राजस्थान झुनझुन जिले का व्यक्ति ही है। ऐसे में अब पुलिस उसे भी दोषी मानते हुए उसके विरुद्ध भी कार्रवाई करेगी। गैंग के सरगना रूपम सिंह व दिनेश सिंह एवं राजस्थान के कंटेनर मालिक की तलाश टीम ने शुरू कर दी है।
कंटेनर में बनवाए थे गुप्त आलमारी
सरगना दिनेश सिंह द्वारा राजस्थान झुनझुन से कंटेनर खरीदकर उसे मोडिफाई करवाया था
कंटेनर में चालक के ठीक पीछे व डाला के बीच एक बड़ी से गुप्त आलमारी बनवा रखे थे, दरवाजा चालक सीट के पीछे था
जबकि डाटा की तरफ पूरा लोहे की प्लेट लगवा कर पैकर कर रखे थे, चालक सीट हटने के बाद ही यह आलमारी खुलती थी
कंटेनर में बनवाई गई यह गोपनीय आलमारी काफी बड़ी थी, इसमें गांजा रखने के बाद दरवाजे की कुंडी में सीट के पीछे चालक कपड़ा टांग रखा था
ताकि किसी को शक न हो कि यहां पर भी कुछ गोपनीय आलमारी भी हो सकती है, खबर सटीक थी लिहाजा सब खुल गया
दिनेश ने ट्रक खरीदने के बाद उस पर ऑल इंडिया परमिट व डाक पार्सल लिखवा रखा था
ताकि डाक पार्सल देखकर पुलिस या अधिकारी गुमराह हो सकें वह ये समझें कि कंटेनर में सरकारी सामान जा रहा है
कंटेनर में एक गोपनीय आलमारी बनवाई गई थी। जिसमें काफी जगह थी, उसी में गैंग के गुर्गे गांजा भरकर आ रहे थे। दो गुर्गे गिरफ्तार किए गए हैं। सरगना सहित कंटेनर मालिक की तलाश जारी है।
नावेन्दु सिंह, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ प्रयागराज