प्रयागराज (ब्यूरो)। यह मकान कई साल पुराने हैं और मरम्मत नही होने से जर्जर अवस्था में आ चुुके हैं। अगर तेज बारिश आई तो यह धाराशायी हो सकते हैं। शहर में इनकी संख्या 70 बताई जा रही है। इनमें कई दर्जन परिवार रहते हैं। बारिश के पूर्व नगर निगम ने अभियान चलाकर ऐसे मकानों को चिंहित किया था। फिर इनको नोटिस सर्व किया गया। बावजूद इसके कोई असर नही पड़ा है। लोग घर छोडऩे को तैयार नही हैं। इनमे से कुछ मकानों का विवाद न्यायालय में विचाराधीन है। यह लोग भी घर छोडऩे को तैयार नही हैं। इनकेा कोर्ट से स्टे मिल चुका है।
घनी आबादी में है मकान
यह मकान शहर के अलग अलग मोहल्लों में है। अधिकतर पुराने शहर के हैं। यह मकान कई साल पहले बनवाए गए थे और अब इनकी मियाद खत्म हो चुकी है। लेकिन लोग छोडऩे को तैयार नही हैं। कई किराएदार भी इन मकानों में रह रहे हैं। इन मकानों को खाली होने के बाद खुद नगर निगम डेमोलिश कराएगा। बता दें कि हर बारिश के सीजन में कई मकानों के गिरने के मामले सामने आते रहे हैं। जिनमें जान और माल दोनों का नुकसान होता है।
यहां है लोकेशन
इन मकानों की लोकेशन मुट्ठीगंज, कीडगंज, अटाला, अकबरपुर, खुल्दाबाद, शराराबाग, अतरसुईया, दरियाबाद, दारागंज, बक्शी खुर्द में बताई जा रही है। इन एरिया में और भी मकान हैं जो इस श्रेणी में आ सकते हैं। इनका भी सर्वे कराया जा रहा है। नगर निगम का कहना है कि इन मकानों में रुकना खतरे से खाली नही है।