प्रयागराज (ब्‍यूरो)। घटना का शिकार बने व्यक्ति का नाम सुशील सिंह बताया गया है। वह मांडा एरिया के हाटा गांव का रहने वाला है। हाटा बाजार में ही वह ग्राहक सेवा केंद्र संचालित करता है। स्टेट बैंक ने उसे अपना अधिकृत एजेंट बना रखा है। सुशील सिंह ने जो कुछ भी घटना के बाद पुलिस को बताया उसके मुताबिक वह रोज कोरांव में स्थित भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच में जाता था और वहां से कैश लेकर अपने कस्टमर सर्विस सेंटर पर आता था। मंगलवार को भी वह बाइक से बैंक पहुंचा।

बदमाशों ने ढक रखा था चेहरा

कोरांव स्थित बैंक की ब्रांच से सुशील ने साढ़े सात लाख रुपये निकाले और अपने ग्राहक सेवा केंद्र हाटा बाजार के लिए निकल पड़ा। कैश को उसने लैपटॉप बैग में रखा था। इसमें लैपटॉप भी था। बैग को उसने बैकसाइड में कैरी कर रखा था। उसके मुताबिक वह दोहथा गांव के पास पहुंचने ही वाला था कि तीन नकाबपोश बाइक सवार बदमाशों ने उसे ओवरटेक करके रोक लिए। बाइक को ड्राइव करने वाले युवक ने हेलमेट भी पहन रखा था। इससे तीनो की पहचान मुश्किल थी। अचानक बाइक को रोकवाने से सुशील को संभलने का मौका नहीं मिला। उसने बताया कि वह बाइक खड़ी कर ही रहा था कि दो युवक बदमाशों वाली बाइक से उतरे और उसे तमंचा सटा दिया। चुपचाप बैग हवाले कर देने को कहा और विरोध करने या चिल्लाने पर गोली मार देने की धमकी दी। इससे सुशील दहशत में आ गया। इसके बाद उसके पास मौजूद बैग लेकर लुटेरे तमंचा लहराते हुए कोरांव की तरफ जंगल साइड भाग निकले। बैग में रुपयों के साथ लैपटॉप भी रखा था जिसमें वह ट्रांजैक्शन डिटेल रखता था को भी बदमाशों ने छीन लिया।

मोबाइल छीन लिया ताकि किसी को बता न सके

सुशील का कहना है कि भागते वक्त रहे लुटेरे उसका मोबाइल भी छीन लिए थे। इसके चलते वह किसी को बता नहीं पाया। बदमाशों के जाने के बाद उसने शोर मचाया और फिर बाइक उसी तरफ दौड़ा दी जिधर बदमाश भागे थे। उसका कहना है कि थोड़ी दूर जाने के बाद उसे रोड के किनारे फेंका हुआ अपना मोबाइल दिख गया। लुटेरों ने शायद इस शक में मोबाइल फेंक दिया कि लोकेशन न ट्रैक कर ली जाय। सुशील ने मोबाइल को उठाया और घटना की खबर डॉयल 112 पर पुलिस को दी। ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक से साढ़े सात लाख रुपए की लूट सून पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में थाने की पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने सुशील द्वारा बताये गये फैक्ट्स की जांच के साथ बदमाशों के भागने की दिशा में चेकिंग शुरू करा दी। शाम के वक्त एक संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

पहले से कर रहे थे रेकी

इस घटना से पुलिस को शक है कि बदमाश पहले से ही सुशील को ट्रैक कर रहे थे। सुशील अक्सर बैंक सुबह के वक्त जाता था और दोपहर में पैसा लेकर अपने कस्टमर सर्विस सेंटर पहुंचता था। वह इतना कैश एक साथ कैरी करता था, इसका डिटेल भी शायद बदमाशों के पास रहा होगा। पुलिस को शक है कि ग्राहक सेवा केन्द्र आने वाला कोई कस्टमर भी इसमें शामिल हो सकता है। इसी के चलते पुलिस हर एंगल से घटना की जांच में जुटी है।

ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक द्वारा लूट की सूचना दी गई थी। उसकी तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। लुटेरों की तलाश जारी है। पूछताछ के लिए एक संदिग्ध हिरासत में लिया गया है।

सौरभ दीक्षित एसपी यमुनापार