प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहरी मतदाताओं वाले क्षेत्र में भी अति संवेदनशील प्लन बूथों की इंट्री हो गयी है। निकाय चुनाव की तैयारियों को फिनिशिंग टॅच देने के बाद बूथों की सिक्योरिटी पर काम कर रहे प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से यह श्रेणी आईडेंटीफाई की है। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथ चिन्हित किए जा चुके हैं। इन बूथों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। यहां सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती अन्य बूथों की तुलना में अधिक होगी। वर्दी के साथ सिविल ड्रेस में भी पुलिस के जवान लगाए जाएंगे। पीएसी और मजिस्ट्रेट की निगहबानी यहां मतदान होंगे।

386 बूथ पर किए जाएंगे सुरक्षा के विशेष इंतजाम
161 बूथ हैं संवेदनशील श्रेणी में
158 बूथ हैं अति संवेदनशील श्रेणी में

लाल कार्ड आया अस्तित्व में
प्रयागराज अब कमिश्नरेट है तो यहां चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था यहां नेक्स्ट लेवल की की जाएगी। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में प्रयागराज का चकिया इकलौता ऐसा एरिया था जहां मतदान प्रभावित करने की कोशिश की गयी थी। साजिश के तहत मतदान केन्द्र के आसपास बम फेंका गया था। इसमें एक निर्दोष को जान भी गंवानी पड़ गयी थी। अलग बात है कि पुलिस ने मामले को तत्काल मैनेज कर लिया था और इसे लेकर कुछ हुआ नहीं। चुनाव निबटने के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी और खुलासा किया कि साजिश मतदान को प्रभावित करने की थी। संयोग अच्छा था कि साजिशकर्ता अपने इरादों में नाकाम नहीं हो सके थे। पुलिस इस बार के चुनाव में ऐसे लोगों को सूचीबद्ध कर रही है जिन्होंने पिछले चुनाव में या तो अशांति फैलायी हो या फिर उनसे अशांति फैलने की आशंका हो। ऐसे लोगों को लाल कार्ड इश्यू किया जायेगा। इन सभी लोगों को पुलिस परमानेंट अपने रडार पर रखेगी। उनकी हर एक्टिविटी पर नजर रखी जाएगी। इस तरह के बूथों पर सीसीटीवी कैमरों के अतिरिक्त वीडीओ कैमरे भी लगाए जाएंगे।

50 पिंक मॉडल मतदान केंद्र
जिला प्रशासन और पुलिस की टीम के द्वारा बूथों की कैटेगिरी निर्धारित की गई है।
जिले में कुल 386 बूथ क्रिटिकल की श्रेणी में हैं।
इसमें 161 बूथ संवेदनशील 158 अति संवेदनशील एवं 67 बूथों अति संवेदनशील प्लस का दर्जा दिया गया है।
अफसरों की मानें तो करीब दस फीसदी बूथों पर वेब कास्टिंग कराई जाएगी।
संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट है।
इंतजाम पर गौर करें तो यहां पीएसी और सिविल पुलिस के जवान सुरक्षा की कमान संभालेंगे।
मानीटरिंग के लिए एसीपी और मजिस्ट्रेट भी लगाए जाएंगे।
सिविल ड्रेस में भी पुलिस के जवान मतदान के दिन यहां निगरानी करेंगे।
इन बूथों पर मतदान की स्थिति का अपडेट हर आधे घंटे पर चुनाव आयोग को दिया जाएगा।
इन बूथों को चिन्हित करने के लिए चुनाव आयोग ने इस बार कुछ गाइड लाइन तय की है।
इसी के आधार पर इन्हें चिन्हित किया गया है। मतदाताओं के लिए 50 पिंक मॉडल मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
इन मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे तो लगाए ही जाएंगे वीडियो ग्राफी भी कराई जाएगी। ताकि जो चीजें व लोग सीवीटीवी कैमरे की नजर से दूर हों वह भी वीडियोग्राफी में कैद हो जाएं।
एक सेक्टर मजिस्ट्रेट स्तर का अधिकारी होगा।

इस मानक पर हुआ चिन्हांकन
वह बूथ जहां पर पिछले वर्षों में हुए चुनावों में ङ्क्षहसा या विवाद के बाद रीपोल हुआ हो।
वे बूथ जहां मिङ्क्षसग वोटरों की संख्या ज्यादा हो और जहां पहले मतदान को प्रभावित किया गया हो।
ऐसे बूथ जहां पिछले चुनावों में 75 फीसद से अधिक मतदान हुआ हो और 90 फीसद मत एक प्रत्याशी को मिले हों।
वह बूथ जहां पर पिछले चुनावों में वोटरों को दबंगों द्वारा डराने व धमकाने या वोटिंग से रोकने की शिकायतें रही हों

संवेदन व अति संवेदन बूथों की सुरक्षा को लेकर बेहतर इंतजाम किए गए हैं। पर्याप्त फोर्स के साथ पीएसी के जवान भी लगाए जाएंगे। वोटरों को प्रलोभन व डराने धमकाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.्र
संजय कुमार खत्री जिला निर्वाचन अधिकारी