प्रयागराज- अगले साल मई में लोकसभा चुनाव होने हैं। उसके पहले एफएलसी यानी फस्र्ट लेवल चेकिंग में ईवीएम समेत 600 मशीनें खराब निकली हैं। इनको रिजेक्ट कर दिया गया है। इन मशीनों को अब बंग्लुरु भेजा जाएगा और इनकी जगह नई मशीनें आएंगी। जो मशीने एफएलसी में दुरुस्त मिली हैं उनको सील कर दिया गया है। अब मतदान से पहले खोली जाएंगी।

कई दिन से चल रहा था अभियान

इस समय जिले में 4712 पोलिंग बूथ हैं। इनमें मतदान ईवीएम से कराया जाना है। हाल ही में जिला प्रशासन की ओर से एफएलसी अभियान चलाया गया। मुंडेरा मंडी के स्ट्रांग रूम में रखी ईवीएम की जांच की गई। इसमें कुल 601 मशीनें खराब मिलने से रिजेक्ट कर दी गई हैं। जिनमें 127 बैलेट यूनिट, 257 कंट्रोल यूनिट और 171 वीवी पैट शामिल हैं। इनकी जगह अब बंग्लुरु से नई मशीनें मंगाई जाएंगी।

एक नजर में एफएलसी

जिले में मौजूद कुल मशीनें

बैलेट यूनिट- 8946

कंट्रोल यूनिट- 6549

वीवीपैट- 7172

एफएलसी के बाद ओके मशीनें

बैलैट यूनिट- 7510

कंट्रोल यूनिट- 6226

वीवीपैट- 6792

रिजेक्टेड मशीनें

बैलेट यूनिट- 173

कंट्रोल यूनिट- 257

वीवीपैट- 171

हल्की हैं टाइप थ्री मशीनें

वैसे भी इस बार लोकसभा चुनाव में टाइप थ्री ईवीएम और वीवीपैट यूज होनी हैं। यह काफी एडवांस हैं और वजन में हल्की हैं। पूर्व में यूज होने वाली टाइप टू मशीनें भारी होने से इनको कैरी करने में काफी परेशानी होती थी। लेकिन टाइप थ्री काफी हल्की मशीनें हैं। इनको भी सीधे बंग्लुरु से मंगाया गया है। बता दें कि इस बार पोलिंग बूथों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह से ईवीएम की संख्या में भी वृद्धि होना तय है।

ईवीएम की एफएलसी यानी फस्र्ट लेवल चेकिंग पूरी हो गई हैं। जो रिजेक्टेड मशीने हैं उनको हटाकर सही मशीनों को सील कर दिया गया है। यह अब चुनाव से पहले खोली जाएंगी। इस बार चुनाव टाइप थ्री मशीनों से कराया जाना है। इनको मंगवा लिया गया है।

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, प्रयागराज