प्रयागराज (ब्यूरो)। शिक्षा विभाग की ओर से ग्राम प्रधानों ने 3056 प्रभात फेरी निकाली। प्रधानों ने 2458 बैठकें कीं। ग्राम स्वच्छता समिति की 2458 बैठकें हुईं। स्कूलों में 7912 रैली/एमएमसी बैठक कराई गयी। पंचायती राज विभाग ने 4569 शौचालय का निर्माण कराया व 10313 ग्रामीण नालियों की सफाई करायी। नगर विकास विभाग ने 3194 शहरी नालियों की साफ-सफाई व 835 स्थानों पर फागिंग कराई। पशुपालन विभाग ने 1629 सूअर पालकों की बैठक कराई। कृषि विभाग ने किसानों के साथ चूहा एवं छछून्दर रोकथाम के लिए 3130 बैठक की। ब्लॉक स्तर पर 21 कार्यक्रम व ग्राम स्तर पर कुल 1640 कार्यक्रम कराए गए।
511 में मिले बुखार के लक्षण
अभियान को सफल बनाने के लिए 4564 आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। 827372 घरों पर आशाओं ने दस्तक दी। फीवर ट्रैकिंग में कुल 511 लोगों में बुखार के लक्षण मिले। लक्षण युक्त क्षय रोग के 67 व कोविड-19 के लक्षण युक्त 139 व्यक्तियों के नमूने जांच के लिए भेजे गए। सभी नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव रही। 60 कुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए इनमें से 18 बच्चों का इलाज शुरू करा दिया गया है। 1551 मातृ बैठक का आयोजन व एईएस पर चर्चा के लिए 1510 वीएचएनडी दिवस कराए गए। क्लोरीनेशन डेमों स्थल की संख्या 4142 रही। वहीं 1492 वीएचएनसी बैठक की गयी।
डेंगू पर है अधिक जोर
अधिकारियों का कहना है कि अभियान के दौरान सबसे ज्यादा जोर डेंगू को लेकर दिया गया। घरों या आसपास जलभराव पर लोगों को जागरुक किया गया। जिन लोगों में बुखार के लक्षण पाए गए हैं उनकी जांच की गई है। लोगों को डेंगू को बढ़ाने वाले बिंदुओं के बारे में बताया गया है। बच्चों में दस्त, डायरिया व दिमाकी बुखार, डेंगू, मलेरिया के लक्षणों की पहचान संबंधी जानकारी से आम-जनमानस को जागरूक किया गया।
अभियान में घर घर जाकर रोगियों की जांच की गई है। जिनकी जांच में टीबी या कुपोषण की पुष्टि हुई उनको इलाज के लिए भेजा गया है। लाभार्थियों को डेंगू से बचाव के बारे में बताया गया। बुखार की जांच भी की गई है।
डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज