प्रयागराज ब्यूरो । बलुआ घाट स्थित इस्कान मंदिर में चार दिवसीय कान्हा उत्सव की शुरुआत आज से होने जा रही है। मंदिर प्रशासन की ओर से 26 और 27 अगस्त को जन्माष्टमी और श्रील प्रभुपाद की जयंती मनाने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। इस अवसर को भव्य और दिव्य बनाने के लिए आध्यात्मिक, भक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। मंदिर के अध्यक्ष अच्युत मोहन दास ने बताया कि शनिवार को शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा, जो शहर की प्रमुख सड़कों से होकर गुजरेगी। यह यात्रा स्वामी विवेकानंद क्रॉसिंग से शुरू होकर सिविल लाइन्स, सुभाष क्रॉसिंग, हनुमान मंदिर, जॉनस्टनगंज, घड़ी टावर और रामभवन होते हुए बलुआघाट इस्कान मंदिर पहुुंचेगी। भक्त यात्रा के दौरान हरिनाम संकीर्तन भी करेंगे, जिससे श्रद्धालुओं में भक्ति की लहर दौड़ेगी।
25 अगस्त को होगा आदिवास यज्ञ
इस दौरान प्रसाद वितरण भी किया जाएगा। मंदिर के सचिव जय प्रकाश प्रभु ने शहरवासियों से इस शोभा यात्रा में शामिल होने की अपील की है। 25 अगस्त को सुबह 10 बजे से एक आदिवास यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इस यज्ञ में भक्तगण एकत्र होकर धार्मिक अनुष्ठान करेंगे, जो आयोजन के आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत, प्रहलाद वीकेंड स्कूल के बच्चे कीर्तन बैंड प्रदर्शन के लिए उत्साहित हैं। जन्माष्टमी के दिन 26 अगस्त को मंदिर में 51 चांदी के बर्तनों का उपयोग महाभिषेक के लिए किया जाएगा। इस महाभिषेक में शहद, दूध, दही, कपूर, चंदन पेस्ट, फलों के रस, विभिन्न इत्र और फूल शामिल होंगे। इसके साथ ही, 27 अगस्त को श्रील प्रभुपाद की जयंती मनाई जाएगी। श्रील प्रभुपाद ने 1966 में न्यूयॉर्क में इस्कान की स्थापना की और भगवद गीता तथा श्रीमद भागवतम का संदेश पूरी दुनिया में फैलाया। उनकी जयंती पर विशेष पूजा और प्रसाद वितरण का आयोजन होगा। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को पहनाए जाने वाले वस्त्र बृजभूमि वृंदावन में निर्मित किए गए हैं। इनकी कीमत 4.50 लाख रुपए बताई जा रही है।