प्रयागराज (ब्यूरो)। केंद्रीय कारागार नैनी में पहले भी आतंकियों में आतंकवादियों को शिफ्ट किए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले वर्ष 2019 में यहां 20 आतंकवादियों को शिफ्ट किया गया था। देश के इन दुश्मनों को को जम्मू से वायुसेना के जवानों द्वारा जरिए विमान लाया गया था। कारागार से जुड़े सूत्रों की मानें तो कुछ महीने बाद यहां से इन आतंकवादियों को दूसरी जेलों में भेज दिया गया था। मौजूदा समय में अयोध्या विस्फोट कांड से जुड़े चार आतंकी नैनी सेंट्रल में हैं। इनमें डॉ। इरफान, मो। नसीम, मो। सकील, आशिफ इकबाल उर्फ फारूख शामिल हैं। जिला शासकीय अधिवक्ता गुलाबचंद्र अग्रहरि ने बताया कि अयोध्या विस्फोट कांड की घटना पांच जुलाई 2005 को हुई थी। पांच आतंकियों को मौके पर ही फोर्स ने मार गिराया था। पब्लिक के दो लोगों की भी गोली बारी व विस्फोट में मौत हो गई थी। सात पुलिस के जवानों भी घायल हुए थे।
कैमरे से भी रखी जा रही है नजर
जम्मू कश्मीर से शनिवार को नैनी सेंट्रल जेल में 44 आतंकी और शिफ्ट किए गए। विशेष विमान से इन आतंकियों को बम्हरौली लाया गया।
इसके बाद वहां से जरिए रोड सभी दहशतगर्द नैनी जेल पहुंचाए गए। इस तरह अब यहां सेंट्रल जेल में आतंकवादियों की संख्या बढ़ कर 48 हो गई है।
जेल के अंदर लाए गए इन आतंकियों को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। जेल से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इन आतंकियों को बैरक में शिफ्ट करने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
बैरक के चारों तरफ त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। इनमें जेल की फोर्स के साथ नागरिक पुलिस व पीएसी के जवान भी शामिल हैं।
इन खूंखार आतंकियों को जेल के अंदर अलग-अलग बैरक में रखा गया है। ताकि यह आपस में बातें करके कोई प्लान न क्रिएट कर सकें।
इन्हें एक दूसरे से बात करने तक की इजाजत नहीं हैं। आम बंदियों को हाई सिक्योरिटी बैक की तरफ जाने तो दूर देखने तक पर पाबंदी हैं।
आतंकियों पर उनकी बैरक के ऊपर सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी जा रही है। बैरक में आटोमेटिक सायरन भी लगाए गए हैं।
एटीएस से एलआईयू तक अलर्ट
आतंक वादियों को यहां शिफ्ट किए जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। एलआईयू से लेकर एसटीएफ व एटीएस तक की टीम एक्टिव हो गई है। सूत्र बताते हैं कि इन सुरक्षा इकायों के जवानों की जेल के आसपास से लेकर शहर के कई हिस्सों में भी नजर रखी जा रही है। क्योंकि इसके पूर्व भी यहां शहर में आतंकियों के गुर्गों की आमद रही है। इन पुरानी स्थितियों को गौर करते हुए सरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।
जेल में शिफ्ट किए गए आतंकियों को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जेल में चार आतंकवादी पहले से ही थे। अब कुल आतंकियों की संख्या 48 हो गई है। इससे ज्यादा इस सम्बंध में हम आप को कुछ नहीं बता सकते।
पीएन पांडेय, वरिष्ठ जेल अधीक्षक