प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यूनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा गूगल डेवलपर ग्रुप (जीडीजी) के सहयोग से यूनाइटेड ऑडिटोरियम में आयोजित एक दिवसीय देवफेस्ट में देशभर से करीब 450 इंजीनियरिंग छात्र एवं विशेषज्ञ नवीनतम तकनीकी साझा करने के लिए जुटे। यूआईटी के प्राचार्य प्रो संजय श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य नवीनतम तकनीकों की जानकारी साझा करना और छात्रों तथा पेशेवरों के बीच तकनीकी नवाचार तथा सहयोग को बढ़ावा देना था।

वेब अनुभव शेयर किये
यूआईटी के अंतिम वर्ष के छात्र हृदयेश गुप्ता तथा टीम के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश तथा देश भर के एनआईटी, आईआईआईटी जैसे 25 से अधिक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों के छात्रों तथा पेशेवरों ने भाग लिया। विशेषज्ञों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, वेब डेवलपमेंट तथा जिम्मेदार एआई पर ज्ञानवर्धक सत्र लिए गए। शुरुआत गूगल में एआई कंसल्टेंट निशांत वेलपुलवार द्वारा वेब डेवलपमेंट में जनरेटिव एआई पर जानकारी साझा के साथ हुई। उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिखाया कि एआई रचनात्मक वेब अनुभवों को कैसे आगे बढ़ा सकता है। टाटा डिजिटल में लीड आर्किटेक्ट और फ्लटर में गूगल डेवलपर विशेषज्ञ ध्रुमिल शाह ने एआई-एकीकृत मोबाइल एप्लिकेशन पर अंतर्दृष्टि साझा की। जो ऐप डेवलपमेंट में एआई की परिवर्तनकारी क्षमता को प्रदर्शित करता है। गूगल में ट्रस्ट और सुरक्षा विशेषज्ञ विवेक कुमार ने डिजिटल दुनिया में ट्रस्ट और सुरक्षा पर अपने विचार रखे। उन्होंने इंटरनेट सुरक्षा के लिए गूगल के दृष्टिकोण पर चर्चा की।
इसी प्रकार, कॉलचिम्प एआई के सह-संस्थापक और मशीन लर्निंग और क्लाउड में गूगल डेवलपर विशेषज्ञ अनुभव सिंह ने सर्वरलेस एआई के स्केलेबिलिटी लाभों को दर्शाते हुए क्लाउड रन जीपीयू के साथ सर्वरलेस एआई प्रस्तुत किया। आईआईआईटी हैदराबाद में प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अंकित कुमार वर्मा, जीडीजी प्रयागराज के आयोजक और प्रवीण दास ने भी समुदाय निर्माण और ओपन-सोर्स तकनीक की श1ित पर अपनी चर्चाओं से दर्शकों को प्रेरित किया। डीन, अकादमिक, यूआईटी डॉ अभिषेक मालविय ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रो नंदिता प्रधान, डॉ विजय दिववेदी, डॉ दिव्या बरतरिया, श्रुति शर्मां एवं संकाय सदस्य मौजूद रहे।