17 जून से शुरू हुआ है वैक्सीनेशन, उड़ान भरने से पहले दोनों डोज लगनी जरूरी
पासपोर्ट की ओरिजिनल कॉपी ले जाना अनिवार्य
पिंक बूथ पर भी लगने लगी है महिलाओं की लाइन
विदेश जाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसका इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 17 जून से अब तक 4000 इंटरनेशनल टूरिस्ट्स ने कोरोना वैक्सीन लगवाई है। यह स्पेशल काउंटर एमएलएन मेडिकल कॉलेज में संचालित हो रहा है। इसी तरह कॉलेज में पिंक बूथ की भी शुरुआत की गई है। यहां भी महिलाओं की लंबी लाइन लग रही है। हाल ही में अभिभावक स्पेशल का नया काउंटर भी यहां स्टार्ट किया गया है।
28 दिन में लगती है दोनों डोज
वेैसे तो कोविशील्ड की दोनों डोज के बीच में 84 दिन का अंतर दिया जाता है। लेकिन विदेश जाने वालों के लिए यह मियाद घटाकर 28 दिन कर दी गई है। दोनों डोज लगवाने के बाद ही उड़ान भरने की परमिशन दी जाती है। जो लोग वैक्सीन लगवाने आते हैं तो उनको जरूरी डाक्यूमेंट दिखाना होता है। इनमें बिजनेसमैन, छात्र, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स और अरब कंट्रीज जाने वालों की संख्या शामिल होती है।
ये कागजात ले जाना है जरूरी
पासपोर्ट की ओरिजिनल कॉपी, जॉब है तो कॉल लेटर, छात्र है तो प्रवेश संबंधी डाक्यूमेंट, आधार कार्ड, वीजा, फर्स्ट डोज का प्रमाण पत्र
इन देशों में जाने वाले अधिक
रूस, यूक्रेन, यूएसए, अरब कंट्रीज और मर्चेट नेवी के वर्कर्स यहां आने वालों में शामिल हैं। बहुत से छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए रूस जाना चाहते हैं तो यूएसए जाने वालों में बिजनेसमैन या प्रोफेशनल्स शामिल हैं। इसी तरह यूरोपीय कंट्रीज में जाने वालों की संख्या ठीक ठाक है। अरब कंट्रीज जाने वालों की संख्या सबसे अधिक है। प्राइवेट सब मैरीन कंपनियों के वर्कर भी वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं। जिनका वैक्सीनेशन हो चुका है उनकी पोर्टल से फोटो खींचकर शासन व प्रशासन को भेजी जाती है।
पुरुषों की बराबरी कर रही हैं महिलाएं
शुरुआत में महिला और पुरुषों के बीच वैक्सीनेशन के ग्राफ में काफी अंतर था। लेकिन अब इसमें समानता दिखने लगी है। इसका कारण मेडिकल कॉलेज में बनाया गया स्पेशल पिंक बूथ है। यहां पर वैक्सीनेटर से लेकर रजिस्ट्रेशन करने वाली कर्मचारी भी महिलाएं रखी गई हैं। यहां केवल महिलाओं का वैक्सीनेशन किया जाता है। उनको आधार या अपना कोई पहचान पत्र ले जाना होता है। 7 जून से चल रहे इस बूथ में अब तक 7500 महिलाओं ने वैक्सीनेशन करवा लिया है। इस बूथ पर महिलाओं की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है।
12 साल से छोटा है बच्चा तो अभिभावक स्पेशल में आइए
इसी तरह मेडिकल कॉलेज में अभिभावक स्पेाश्ल बूथ का संचालन हाल में शुरू हुआ है। यहां पर 12 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता को ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन के जरिए वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके लिए अभिभावकों को अपने साथ बच्चे की एज को सर्टिफाई करने वाला कोई डाक्यूमेंट चाहिए होगा। जिसमें हॉस्पिटल का बर्थ सर्टिफिकेट या बच्चे का आधार कार्ड शामिल है। मौके पर बच्चे के स्कूल का आई कार्ड भी यूज किया जा सकता है। 15 दिन में इस बूथ में 800 अभिभावकों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है।
हमारे यहां सभी वर्ग के लिए वैक्सीनेशन उपलब्ध है। महिलाएं और विदेश यात्री के लिए अलग काउंटर है। पैरेंट्स भी अलग काउंटर पर वैक्सीन लगवा सकते हैं। आम लोगों के लिए नियमित वैक्सीनेशन लगातार जारी है। यही कारण है कि यहां रोजाना वैक्सीनेशन का ग्राफ बढ़ रहा है।
डॉ। उत्सव सिंह, नोडल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज