प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज में दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दिये गये अधिवक्ता श्रीकृष्ण पाल उर्फ उमेश पाल और उनके गनर संदीप निषाद की हत्या की गूंज शनिवार को विधानसभा में भी सुनाई थी। इसे लेकर सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'प्रयागराज की घटना दुखद है। मैं सदन को आश्वस्त करता हूं कि अपराध के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत सरकार जो कार्रवाई कर रही है, उसके परिणाम भी शीघ्र सामने आएंगे.Ó उन्होंने आरोपों का मुंह नेता प्रतिपक्ष की ओर मोड़ते हुए पूछा 'इस हत्याकांड में आरोपित माफिया को सांसद बनाया किसने?Ó अखिलेश बोले, 'आप अपराधियों के साथ हैं। वह माफिया बसपा के हैं। बसपा से आपकी दोस्ती है, इसलिए उनका नाम नहीं ले रहे हैं.Ó इस पर योगी ने कहा जिस अतीक अहमद के खिलाफ पीडि़त परिवार ने मुकदमा दर्ज कराया है, वह सपा का पोषित माफिया है। हम उस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे.Ó विधानसभा में मुख्यमंत्री के तेवर का असर भी तत्काल दिख गया। प्रदेश के एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश प्रयागराज पहुंच गये हैं। संभावना जताई जा रही है कि देर रात तक बड़ी कार्रवाई पुलिस की तरफ से सामने आ सकती है।

रिपोर्ट में अतीक का कुनबा नामजद

शुक्रवार को हुई घटना के संबंध में देर रात धूमनगंज थाने में पांच लोगों के खिलाफ नामजद और कुल 12 अज्ञात के खिलाफ के खिलाफ उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गयी। इसमें गुजरात के साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद, उसके भाई पूर्व विधायक और बरेली जेल में बंद खालिद अजीम उर्फ अशरफ, अतीक की पत्नी साहिस्ता परवीन, अतीक के करीबी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम को नामजद किया गया है। अतीक के दो बेटों का नाम भी इसमें शामिल बताया गया है लेकिन तहरीर में उनका नाम नहीं है। उधर, उमेश पाल और संदीप निषाद की बॉडी का पोस्टमार्टम शनिवार को दिन में हुआ। पोस्टमार्टम के पहले ही बड़ी संख्या में उमेश के समर्थकों के पोस्टमार्टम हाउस पहुंच जाने को देखते हुए इसे पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पोस्टमार्टम के बाद उमेश की बॉडी उसके घर सुलेम सराय और संदीप की बॉडी पुलिस लाइंस ले जायी गयी। कड़े सुरक्षा पहरे में उमेश का अंतिम संस्कार दारागंज घाट पर हुआ। संदीप की बॉडी को पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने सलामी दी। इसके बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए परिवारवाले लेकर आजमगढ़ चले गये। घायल दूसरे गनर राघवेन्द्र की हालत दूसरे दिन भी खतरे के बाहर नहीं बतायी गयी।

वायरल हुआ बाप का सम्मान नहीं कर पाए

'शर्म तो तुम्हें आनी चाहिए जो बाप का सम्मान नहीं कर पाएÓ राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा सदस्यों के हंगामे और नारेबाजी को असंसदीय और अमर्यादित बताते हुए योगी ने कहा कि जो सदस्य प्रदेश की महिला सांविधानिक प्रमुख का सम्मान नहीं कर सकते, वह भला महिलाओं का क्या आदर करेंगे। फिर कहा कि इनका आचरण तो स्टेट गेस्ट हाऊस कांड के समय भी सामने आया था। इसी कड़ी में उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम ङ्क्षसह यादव का नाम लिए बगैर उनके बहुचर्चित कथन 'लड़कें हैं, गलती हो जाती हैÓ का उल्लेख किया। इस पर तैश में आए अखिलेश यादव ने खड़े होकर कहा कि- 'दिल्ली की सरकार ने नेताजी को सम्मान दिया, आपको शर्म आनी चाहिए.Ó तमतमाए योगी ने उसी लहजे में जवाब दिया- 'शर्म तो तुम्हें आनी चाहिए जो अपने बाप का सम्मान नहीं कर पाए.Ó