प्रयागराज (ब्यूरो)ठगी तेरे न जाने कितने रूप। सामान्य से दिखने वाले अच्छी बातचीत करने वाले लोग कब ठग निकल जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता है। एडेड स्कूल में टीचर की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने तीन लोगों को अपना शिकार बनाया। तीनों पीडि़त झांसी के रहने वाले हैं। हैरत तो ये है कि एसीपी पुलिस लाइन के सामने बयान के बाद भी तीनों मुकर गए और रकम वापस नहीं की। जो चेक दिया वह डिस ऑनर हो गया। मामला 2016 से चल रहा है। आठ साल बाद तीनों ने मिलकर आरोपितों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरा मामला भी नौकरी के नाम पर ठगी का है। जबकि तीसरे मामले में ठगी एक डॉक्टर के नाम पर की गई है। जबकि चौथे मामले में ठगी का शिकार एक महिला हुई है।

शिक्षक नेता निकला ठग
अरविंद कुमार, कमलेश कुमार और अरुण कुमार तीनों झांसी के रानीपुर एरिया के रहने वाले हैं। करीब आठ साल पहले अरविंद के सम्पर्क में अनिल सिंह आया। अनिल ने खुद को शिक्षा विभाग का शिक्षक नेता बताया और एडेड स्कूल में शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख रुपये की मांग की। चार लाख रुपये एडवांस मांगे और चार लाख रुपये नौकरी मिलने पर सैलरी के बाद देने के लिए कहा। इस पर तीनों लोग तैयार हो गए। अनिल ने तीनों को प्रयागराज में एक सरकारी गेस्ट हाउस में मिलने के लिए बुलाया। वहां पर अनिल सिंह के साथ श्याम नारायण और गंगाधर सिंह भी मिले। बातचीत के दौरान अरविंद, अरुण और कमलेश ने साढ़े दस लाख रुपये अनिल सिंह को दे दिया। इसके बाद तीनों चले गए।

न मिली नौकरी न पैसा
कई महीने गुजर गए। अब तब ज्वाइनिंग लेटर जारी किए जाने की बात कहकर अनिल सिंह तीनों को टरकाता रहा। महीना गुजरते गुजरते साल गुजर गया। इस बीच कोरोना आ गया। बात रुक गई। कोरोना खत्म होने के बाद तीनों ने मिलकर अनिल सिंह को घेरने की कवायद शुरू की मगर बात नहीं बनी। जिस पर मामले की शिकायत तात्कालीन एसएसपी से की गई। तात्कालीन एसएसपी ने मामले की जांच एसीपी पुलिस लाइन को करने का निर्देश दिया। पीडि़त पक्ष का कहना है कि चार बार समझौता के दौरान आरोपितों ने चेक दिया मगर हर बार चेक डिस ऑनर हो गया। जिस पर कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया गया है।

नौकरी के नाम पर लिए डेढ़ लाख
पैसा वापस मांगने पर दी जान से मारने की धमकी
एक युवक ठगी का शिकर हो गया। खुद को एक नामी कंपनी का यूपी डेह बताने वाले युवक ने नौकरी के नाम पर डेढ़ लाख हजम कर लिया। नौकरी नहीं मिलने पर परेशान युवक ने कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया है।

कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट
कर्नलगंज के लाला की सराय बड़ी बगिया के रहने वाले मोहित मिश्रा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता है। मोहित की मुलाकात श्रीधर तिवारी से हुई। श्रीधर तिवारी ने बताया कि वह एक कंपनी का यूपी हेड है। श्रीधर तिवारी ने एक कंपनी में एरिया सेल्स मैनेजर की नौकरी दिलाने के नाम पर मोहित से डेढ़ लाख में सौदा तय किया। जिस पर मोहित ने श्रीधर को पचास हजार रुपये दे दिया। एक हफ्ते बाद श्रीधर तिवारी ने मोहित को एक ऑफर लेटर दिया। इसके बाद एक लाख रुपये मांगे। मोहित ने 98 हजार रुपये श्रीधर को दे दिया। कुछ दिन बाद मोहित ने श्रीधर से आफिस में ज्वाइनिंग के लिए कहा तो श्रीधर ने मोहित की ऑन लाइन अटेंडेंस के नाम पर फोटो लेनी शुरू कर दी। कभी पैन कार्ड मांगता तो कभी आधार। इस पर मोहित को शक हुआ। मोहित ने ऑफर लेटर पर लिखे मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया तो पता चला कि ऑफर लेटर फर्जी है। इस पर मोहित ने श्रीधर को फोन करके सच्चाई जानने का प्रयास किया। आरोप है कि श्रीधर ने सच्चाई बताने के बजाए मोहित को जान से मारने की धमकी दी। कर्नलगंज पुलिस ने मोहित की तहरीर पर श्रीधर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

शहर के नामी डाक्टर के नाम पर ठगी
42 हजार की ठगी हो गया मरीज
शहर के नामी गैस्ट्रोलॉजिस्ट डा.आलोक मिश्रा के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। एक मरीज ने डा.आलोक मिश्रा को दिखाने के लिए ऑन लाइन नंबर लेना चाहा। इस दौरान एक बेवसाइट पर मिले मोबाइल नंबर पर सम्पर्क करने के बाद मरीज ठगी का शिकार हो गया। मरीज ने इस मामले में कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया है।

महराजगंज का है मरीज
सोनौली नेपाल बार्डर महाराजगंज के रहने वाले एक मरीज ने प्रयागराज के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डा.आलोक मिश्रा को दिखाने के लिए एक बेवसाइट पर विजिट किया। बेवसाइट पर एक मोबाइल नंबर मिला। उस नंबर पर सम्पर्क करने पर एक युवक ने कॉल रिसीव की। कॉल रिसीव करने वाले युवक से मरीज ने ऑन लाइन नंबर बुक करने के बारे में जानकारी ली। जिस पर युवक ने मरीज को एक लिंक भेजा। कहा कि इस लिंक पर दस रुपये भेज दीजिए। डॉक्टर आलोक मिश्रा को दिखाने के लिए नंबर बुक हो जाएगा। मरीज ने लिंक पर दस रुपये भेज दिया। यह मामला 11 मार्च का है। 13 मार्च की सुबह करीब पांच ट्रांजेक्शन के जरिए मरीज के खाते से 42226 रुपये कट गए। मरीज ने मामले की शिकायत साइबर सेल में की। जांच पड़ताल के बाद कर्नलगंज थाने में केस दर्ज किया गया है।

मेरे हॉस्पिटल की कोई बेवसाइट नहीं है। न ही ऑन लाइन नंबर बुक किया जाता है। मैंने हॉस्पिटल में भी कई जगह ऑन लाइन पेमेंट नहीं करने के लिए बोर्ड लगवा रखा है।
डा.आलोक मिश्रा, गैस्ट्रोलॉजिस्ट

पता पूछने के बहाने ले उड़ा गहने
धूमनगंज में मुंडेरा चूंगी के पास तीन ठगों ने एक पूर्व सैनिक की पत्नी को ठग लिया है। पूर्व सैनिक जितेंद्र सिंह की पत्नी सरिता सिंह अपने रिश्तेदार को देखने जीरो रोड स्थित एक अस्पताल गई थीं। वह वहां से लौटकर मुंडेरा चूंगी पहुंची। सरिता सिंह अपने घर जा रही थीं। एक युवक उन्हें रास्ते में मिल गया। युवक ने एक पता पूछा। जिस पर पते के बारे में सरिता सिंह ने अनभिज्ञता जताई। इस बीच युवक सरिता से बात करने लगा तो सरिता भी रुक गईं। तभी एक अन्य युवक आ गया। पहले मिले युवक ने सरिता से तमाम परेशानियों की बात कही। जिस पर सरिता ने हां में हां मिलाना शुरू कर दिया। जिस पर पहले मिले युवक ने सरिता से कहा कि वह अपने पास रखे सारे पैसे और गहने दूसरे युवक को दे दें। सरिता को लगा कि बाद में आया युवक भी राहगीर है। सरिता ने अपने पास से चार सौ रुपया, सोने की चेन और कान का बाला दूसरे युवक को दे दिया। इस पर पहले वाले युवक ने सरिता से कहा कि वह तीस कदम आगे जाएं और पीछे मुड़कर न देखें। जब वह बुलाए तो पीछे देखें। इस पर सरिता सिंह तीस कदम आगे चली गईं। कुछ देर तक जब कोई आवाज नहीं आई तो सरिता ने पीछे पलटकर कर देखा तो दोनों युवक गायब थे। सरिता ने शोर मचाया तो आसपास के लोग जुट गए। लोगों ने सरिता को बताया कि वह दोनों युवक एक बाइक सवार के साथ चले गए। सरिता की तहरीर पर धूमनगंज पुलिस ने केस कर लिया है।