लिव इन रिलेशन छिपाया था राजेश ने, परिजनों ने तय कर दी थी शादी
लिव इन में रह रही संगीता पहुंच गयी थी राजेश की ससुराल, किया था बवाल
पोस्टमार्टम से पता चला संगीता की हत्या करने के बाद फांसी पर लटका था राजेश
तीन बच्चों की मां संगीता कुंवारे राजेश के साथ रिलेशन को लेकर बेहद सीरियस थी। वह अपने पहले पति से तलाक लेकर राजेश के साथ दूसरी शादी रचाना चाहती थी। इसके लिए वह लीगल प्रक्रिया भी पूरी करा रही थी। इसके ठीक उलट राजेश इस रिश्ते को लेकर ज्यादा सीरियस नहीं था। उसने इस रिश्ते को अपने परिवारवालों के बीच भी उजागर नहीं होने दिया था। परिवारवालों ने उसकी शादी तय कर दी। कुछ रस्में भी पूरी कर दी गयीं। इसकी जानकारी संगीता को हुई तो वह भड़क गयी। यहीं से इस रिश्ते में दरार पड़ गयी। इसकी का नतीजा था कि राजेश ने संगीता को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद खुद भी फांसी पर लटक गया। संगीता की हत्या किये जाने के साथ राजेश की फांसी लगाने से मौत होने की पुष्टि शुक्रवार को दोनो की बॉडी के पोस्टमार्टम के बाद हो गयी।
गुरुवार को कमरे में मिली थी बॉडी
दारागंज के कच्ची सड़क स्थित एक ही मकान में संगीता और राजेश की बॉडी गुरुवार को दिन में मिली थी। पुलिस प्रथम दृष्टया इसे सुसाइड का मामला मानकर चल रही थी। बॉडी को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था ताकि पता मौत का असली कारण सामने आ सके। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट सामने आयी तो पता चला कि मामला मर्डर टू सुसाइड का है। मुंह दबाकर संगीता की हत्या की गई थी।
पहले पति से तलाक लेना चाहती थी संगीता
अविवाहित राजेश जौनपुर जिले के मुगराबादशाहपुर स्थित मझिगवां निवासी रामचंद्र के दो बेटों में छोटा था। उसके बड़े भाई का नाम हरिकेश है। वह मुंबई में रहता है। जौनपुर के निहालपुर की रहने वाली संगीता, सीताराम की छह बेटियों में तीसरे नंबर की थी। उसकी पांच बहने रीता, सुनीता, रेखा व प्रियंका और संता है। इन छह बहनों के बीच में ओमप्रकाश इकलौता था। सीताराम के मुताबिक 1996 में संगीता की शादी जौनपुर जिले के सुजानगंज स्थित गोलनहामऊ निवासी अमरपाल से हुई थी। विवाह बाद संगीता ने तीन बच्चे हुए। इनमें बेटा सौरभ (10), गौरव (6) और बड़ी बेटी पूनम (18) है। पूनम इंटर पास कर एएनएम के लिए दाखिले का प्रयास कर रही थी। गौरव छह कक्षा छह में पिता के पास घर पर ही रहकर पढ़ाई करता है। सौरभ ननिहाल में रहता है और कक्षा आठ का छात्र है। आरोप था कि संगीता का पति नशा ज्यादा करता था। इसी से दोनों के बीच रिश्ते में दरार आ गयी थी। पति की इस प्रताड़ना से तंग संगीता ने यह बात अपने पिता को बताई। इसके बाद दोनो परिवारों के बीच पंचायत हुई लेकिन बात नहीं बनी। थाना अदालत शुरू हो गया। संगीता ने पति से खर्च देने के लिए पति पर मुकदमा ठोक दिया। यह केस जौनपुर की अदालत में चल रहा है।
हॉस्पिटल में हुई थी राजेश से दोस्ती
संगीता ससुराल से प्रयागराज नौकरी की तलाश में आ गई। उसे यहां पहले काल्विन में ठेके पर स्वीपर की नौकरी मिली। कुछ साल बाद वहां से हटाई गई तो वह एसआरएन में काम करने लगी। जौनपुर निवासी राजेश भी एसआरएन में ही स्वीपर का काम किया करता था। वह समय मिलने पर ई-रिक्शा भी चलाया करता था। हॉस्पिटल में धीरे-धीरे दोनों को यह मालूम चला कि वे एक ही जिले के वह भी आसपास के गांव के ही हैं। यह पता चलते ही दोनों में नजदीकियां बढ़ गई। बात दोनों के बीच लिव इन रिलेशन तक जा पहुंची। यह बात दोनों ही अपने घर वालों से छिपाए रहे। बीच- बीच में संगीता ससुराल व मायके भी जाया करती थी।
तिलक से तितर बितर हुई जिंदगी
घर से दूर दोनों की जिंदगी दारागंज में किराए के कमरे में आराम से कट रही थी। पिछले वर्ष नवंबर महीने में उस वक्त बिगड़ गई जब राजेश के घर वालों ने उसकी शादी जौनपुर के चौबेपुर सलारपुर में तय कर दी। राजेश यह बात संगीता से छिपाए रहा और तिलक तक हो गया। तिलक के हफ्ते भर बाद राजेश की बारात जानी थी। इस बीच राजेश की शादी होने की बात संगीता को मालूम चल गई। इसके बाद तैश में आकर संगीता राजेश के होने वाले ससुराल चौबेपुर सलारपुर जा पहुंची। वहां पर वह खुद को राजेश की बीवी बताते हुए शादी तोड़ने की बात करने लगी। लड़की पक्ष यह जानकारी राजेश के पिता रामचंद्र को दिया। रामचंद्र पहुंचा तो सभी उसे बंधक बना लिए और तिलक में चढ़ाए गए 81 हजार रुपये की जगह एक लाख 81 हजार रुपये वसूल कर रिश्ता तोड़ दिए।
बना रही थी शादी करने का दबाव
इस प्रकरण के बाद संगीता राजेश पर शादी का दबाव बनाने लगी। उधर राजेश के घर वाले उसकी हरकत से पहले ही खफा था। बस यहीं से दोनों की लव स्टोरी की लाइफ लाइन द-इंड की तरफ चल पड़ी। कहना है कि गुरुवार को भी इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ होगा। गुस्से में राजेश ने उसका मुंह दबाकर हत्या कर दिया। इसके बाद खुद भी डर के मारे सुसाइड कर लिया।