प्रयागराज (ब्यूरो)। खीरी पुलिस ने कोरांव से मध्य प्रदेश के सतना ले जाई जा रही दवाइयों के खेप को पकड़ा है। पकड़े गए चालक से पूछताछ में कारोबार का पता पुलिस को चला। पुलिस ने सप्लायर के घर दबिश दी लेकिन वह गायब हो चुका था। पुलिस ने छह सौ शीशी प्रतिबंधित सिरप कब्जे में ले लिया है। पुलिस का दावा है कि इसका इस्तेमाल नशे के रूप में किया जाता है। इसका कारोबार यूपी बार्डर से लेकर एमपी के सतना तक फैला हुआ है। औषधि नियंत्रण विभाग ने प्रतिबंधित सिरप का सैंपल जांच के लिए भेजा है।
कफ सिरप की सप्लाई सतना में
कोरांव इलाके के लेडिय़ारी से भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप की सप्लाई सतना मध्य प्रदेश में की जाती है। कुछ दिन पहले सतना में एक गाड़ी से सप्लाई के लिए भेजी गई प्रतिबंधित कफ सिरप पकड़ी गई। जिस पर सतना पुलिस ने पूछताछ में सारी जानकारी मिलने पर खीरी पुलिस को एलर्ट किया। मंगलवार रात एक कार से सिरप की शीशियों को लादकर सतना ले जाया जा रहा था। खीरी के दारोगा भप्पी सोनी ने कांस्टेबिल मनोज यादव सौरभ यादव के साथ तुलसी चौराहा पर कार को रोक लिया। इस दौरान चालाक ने भागने की कोशिश की। उसे दौड़ाकर पकड़ लिया गया। पूछताछ में चालक ने अपना नाम राजकुमार विश्वकर्मा पुत्र संत लाल निवासी नीबी खीरी बताया। पूछताछ में पता चला कि वह इन दवाओं को अखिलेश केसरी निवासी लेडिय़ारी के कहने पर सतना पहुंचाने जा रहा था। सूचना पर औषधि नियंत्रण विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर सतोष पटेल पहुंचे और सैंपल जांच के लिए कलेक्ट किया।लेडिय़ारी से सतना सप्लाई के लिए प्रतिबंधित कफ सिरप ले जाई जा रही थी। मामले में सप्लाई देने जा रहे चालक को पकड़ा गया है। छह सौ शीशियां बरामद की गई हैं। मुख्य अभियुक्त अखिलेश केसरी की तलाश की जा रही है। वह फरार है।
भप्पी सोनी, चौकी प्रभारी