प्रयागराज (ब्यूरो)। रानीमण्डी निवासी प्रमोद माहेश्वरी पत्नी के साथ दर्शन करने के लिए तीर्थ स्थल गए हुए थे। उनके घर में ताला लगा हुआ था। बेटियां हैं जो अपने ससुराल में थीं। पति-पत्नी ही यहां मकान में रहा करते थे। बताते हैं कि उनके खाली पड़े इस मकान पर चोरों की नजर पड़ गई। बाकायदे रेकी और पूरा लोकेशन ट्रेस करने के बाद दो चोर सात सितंबर की रात रानीगंज उनके घर पर पहुंचे। ताला तोड़कर गहने व नकद रुपये और बर्तन आदि बटोर कर भाग निकले। टूटा हुआ ताला देखकर पड़ोसी प्रमोद को खबर दिए थे। प्रमोद की सूचना पर पुलिस पहुंची और छानबीन की गई। इस मामले में अतरसुइया पुलिस द्वारा कुल चार शातिरों को पकड़ा गया। इनमें दो घटना को अंजाम देने वाले शातिर चोर हैं। जिनका नाम बबलू उर्फ नसीर पुत्र रफीक निवासी शाहगंज एक मीनारा मस्जिद, हाल पता कांशीराम कॉलोनी नैनी है। उसके दूसरे साथी चोर का नाम अनीस पुत्र अजीज खां निवासी बड़ी मस्जिद रसूलपुर करेली है। दोनों रिश्ते में एक दूसरे के जीजा साले लगते हैं। पूछताछ में इनके जरिए बताया गया कि प्रमोद घर से चुराई गई ज्वैलरी वह सोनार ऋषभ उर्फ पिंटू पुत्र चंद्रशेखर वर्मा निवासी नैनी व पवन सोनी पुत्र स्व। बसंत लाल सोनी निवासी आदर्श नगर भावापुर करेली के हाथ बेचे हैं। पुलिस इन दोनों सर्राफ कारोबारियों को चोरी के गहने खरीदने के आरोप में पुलिस गिरफ्तार की तो तथ्य सामने आए।
एक किलो सोना 300 ग्राम चांद का सौदा ढाई लाख में
पकड़े गए चार लोगों में दो चोर और दो लोग चोरी की ज्वैलरी खरीदने वाले सोनार हैं। पुलिस द्वारा इन चारों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। उसके भागे हुए एक साथी की तलाश अब भी है।
संतोष कुमार मीना एसपी सिटी प्रयागराज