प्रयागराज (ब्यूरो)।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के रवैये से युवाओं में गहरी नाराजगी है। परीक्षाओं का कट ऑफ, आंसर की और माक्र्स जारी नहीं किये जाने को उन्होंने भ्रष्टाचार से जोड़ दिया है। उन्होंने गवर्नर को ट्वीट कर लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली को पारदर्शी, जवाबदेह व भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का आग्रह किया है। परीक्षा परिणाम में कट ऑफ, अभ्यर्थियों के माक्र्स व आंसर की जारी करने के लिए सरकार व लोक सेवा आयोग को आवश्यक दिशानिर्देश जारी करने के संबंध में हस्तक्षेप की अपील की है।
डर क्यों रहा है आयोग
मंगलवार को लोक सेवा आयोग के समक्ष प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहे अनिल सिंह ने कहा कि आयोग द्वारा बनाई गई गोपनीयता नीति किसी के भी समझ के परे है। आयोग द्वारा फाईनल आंसर की, कट ऑफ और अभ्यर्थियों के माक्र्स आदि सार्वजनिक क्यों नहीं किये जा रहे हैं। गोपनीयता की आड़ में भ्रष्टाचार और भाईभतीजावाद का गोरखधंधा तो नहीं चलाया जा रहा है। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक व धांधली के गंभीर आरोप में तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक का 9 महीने तक जेल में रहना भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण है। युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने भी राज्यपाल को पत्र ट्वीट कर कहा है कि चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाए नहीं गए तो इस संवैधानिक चयन संस्था से युवाओं का भरोसा खत्म हो जाएगा। ट्वीट किये गये लेटर पर उमाशंकर सिंह, दिनेश कुमार सिंह, विपिन सिंह, ज्ञान प्रकाश सिंह, प्रमोद कुमार, नवनीत कुमार, सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, आर्यन शुक्ला, विवेक मिश्रा, धीरज शुक्ला, नरेंद्र सिंह के हस्ताक्षर हैं।