प्रयागराज (ब्यूरो)। स्वच्छता के लिए हमें अपनी कुछ आदतों में बदलाव लाना होगा। तय कर लें कि प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह छोड़ दें। कहीं भी जाएं कपड़े या जूट के झोले को साथ रखें। इससे प्लास्टिक प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी। यह आह्वान बुधवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया। वह मेहता प्रेक्षागृह में प्लास्टिक मुक्त माघ मेला कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे थे।
महिलाओं को होगा आर्थिक लाभ
उपमुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा की दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग कम अथवा बिल्कुल न करें। इसकी जगह पर कपड़े से बैग अथवा थैले का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। इससे हमारा प्रदेश और पर्यावरण तो शुद्ध रहेगा ही साथ ही प्रदेश में लघु उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। जिससे लघु उद्योग के व्यापारी भी व्यापार की मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे। इससे लघु उद्योग से बने अन्य प्रोडक्ट का प्रोमोशन भी हो सकेगा। प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए प्रेक्षागृह में उपस्थित सभी लोगों को शपथ दिलाई। कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है स्वच्छता। यही वजह है कि जब वह यहां आए तो स्वयं झाड़ू लगाया और 2019 के कुंभ में स्वच्छताग्रहियों के पांव पखारे थे। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि देश स्वच्छ हो। वह पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं। लक्षद्वीप जाकर उन्होंने पूरी दुनिया को यहां से जोडऩे की कोशिश की। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प ले चुके हैं। लोकसभा चुनाव के संदर्भ में कहा, तीसरी बार भी मोदी सरकार। भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए यह जरूरी है।
इस साल महाकुंभ का ट्रायल
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में योगी सरकार ने दिव्य व भव्य कुंभ किया। 24 करोड़ लोग यहां आए। उन्होंने सपा पर भी निशाना साधा। कहा, 2013 के महाकुंभ में सपा के कुशासन के कारण कहीं निर्दोष लोगों की जान गई। कहा कि यह माघमेला 2025 के महाकुंभ का ट्रायल होगा। इसके लिए सरकार ने 84 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। उन्होंने 22 जनवरी को दीपोत्सव मनाने का भी आह्वान किया। कहा, 22 जनवरी को हर मोहल्ला हर ग्राम बने अयोध्या धाम।