प्रयागराज ब्यूरो । माफिया स्व। अतीक अहमद के खण्डहर हो चुके कार्यालय में किसी बाहरी के प्रवेश पर पूर्ण पाबंदी लगा दी गयी है। पुलिस ने मंगलवार को उसके दफ्तर के चारों तरफ बैरिकेडिंग करवा दी। दिन में सिर्फ बाहर पुलिसवालों की तैनाती की व्यवस्था भी चेंज कर दी गयी है। अब पुलिस अंदर-बाहर दोनों स्थानों पर पहरा देगी और पूरे प्रिमाइस में किसी बाहरी की इंट्री बैन रहेगी। चौराहे पर सुबह और रात के वक्त पुलिस की पिकेट भी लगाई जाएगी। मंगलवार को अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी के सदस्य सत्येन्द्र तिवारी ने स्पॉट को विजिट किया। उधर, सोमवार को इसी प्रिमाइस में मिले ब्लड स्पॉट की फोरेंसिक रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली। इससे यह सस्पेंस भी कायम रहा कि खून किसी इंसान का है या किसी जानवर का।

निरीक्षण के लिए पहुंचे एसीपी
भाई अशरफ के साथ 15 अप्रैल को मौत के घाट उतारे गए अतीक अहमद का कार्यालय चकिया करबला के पास है। इसी कार्यालय में अतीक, उसके भाई और गुर्गे दरबार लगाते थे। अतीक दबंगई के बल पर उठाए गए लोगों को इसी कार्यालय में टार्चर किया करता था। पिछले वर्ष इस कार्यालय को भू-माफियाओं पर हुई कार्यालय की आंधी में ढहा दिया गया था। बावजूद इसके काफी हिस्सा अब भी साबुत बचा हुआ है। अतीक व अशरफ के जेल जाने एवं कार्यालय खण्डहर होने के बावजूद अतीक के बेटे व गुर्गे इस दफ्तर में दरबार लगाता था। यही वह दफ्तर है जिसमें मार्च महीने में करीब 72 लाख रुपये व दस पिस्टल आदि बरामद की गई थी। इस बरामदगी के साथ एक बार फिर अतीक का यह कार्यालय चर्चा में आ गया था। वक्त बीता और यह बात भी लोग भूल गए थे। कार्रवाई के बाद पुलिस भी इस कार्यालय को लेकर नजर घुमा ली थी। सोमवार को किसी के द्वारा पुलिस को खबर दी गई कि कार्यालय में ब्लड के धब्बे व लड़कियों के कपड़े पड़े हैं। जानकारी पर खुल्दाबाद पुलिस व अन्य अफसर मौके पर पहंच गए। पुलिस की तफ्तीश में दफ्तर के भीतर किचन की दीवार व फर्श, एवं टेरिस तक फैला हुआ था। ब्लड सैंपल और फिंगर प्रिंट लेकर फोरेंसिक टीम के जवान जांच के लिए चले गए थे।


पिकेट के जवान रखेंगे पैनी नजर
रहस्यों का खण्डहर बनते जा रहे चकिया स्थित अतीक के दफ्तर की जांच में एसीपी शाहगंज भी जहुंचे। छानबीन के बाद उन्होंने कार्यालय के चारों तरफ बैरिकेटिंग किए जाने के निर्देश दिए। एसीपी के निर्देश पर अतीक के दफ्तर में रोड साइड हर तरफ बैरिकेटिंग कर दी गई। बैरिकेटिंग किए जाने के पीछे प्रशासनिक मंशा रही कि अतीक के दफ्तर में कोई आसानी से प्रवेश न पा सके। इसके बावजूद दफ्तर में जाने की कोशिश करने वालों से गहन पूछताछ की जाएगी। कहा जा रहा है कि पुलिस अधिकारी अब अतीक कार्यालय के चौराहे पर सुबह और शाम एवं रात में पुलिस की पिकेट ड्यूटी भी लगाएंगे। यह जवान लगाई गई बैरिकेटिंग को हटाकर अतीक के दफ्तर में प्रवेश करनेवालों पर पैनी नजर रखेंगे।

फोरेंसिक की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। आसपास लगे कैमरों को खोजा जा रहा है। प्रयास है कि शायद कहीं किसी के घर सामने कैमरा मिल जाय और आने जाने वालों की स्थिति कंफर्म हो सके। फिलहाल बिल्डिंग की बैरिकेटिंग करा दी गई है। सुरक्षा में अब चौराहे पर जवानों की ड््यूटियां भी लगाई जाएंगी।
अनुराग शर्मा
एसओ, खुल्दाबाद