प्रयागराज ब्यूरो । नगर निगम जगह-जगह पब्लिक के लिए 'नैनो पार्कÓ बनाएगा। इसके लिए सभी वार्डों में जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। जिन वार्डों में बड़ी जमीन मिलेगी, वहां पर शादी विवाद घर भी बनाए जाएंगे। ताकि बेटियों की शादी में जगह के लिए लोगों को भटकना नहीं पड़े। यदि प्राप्त जमीन बंदर अथवा किसी योग्य नहीं होंगी तो वहां ग्रीन सिटी डेवलप किया जाएगा। मतलब यह कि उन स्थानों पर नगर निगम छाया व फलदार पौधों की रोपाई करेगा। इससे शहर में चारों तरफ हरियाली तो बढ़ेगी ही वायु प्रदूषण भी कम होगा। ऐसी जमीनों को संरक्षित करने के लिए बजट पास हो चुका है। पास किए गए करोड़ों रुपये के बजट से नगर निगम अपनी जमीन पर बाउंड्री आदि का काम कराएगा। सब कुछ प्लान के अनुरूप चला तो जल्द ही शहर का ग्रीनरी के मामले में शहर का स्वरूप बदल जाएगा।

बोर्ड बताएंगे नगर निगम की है जमीन
शहर को सुसज्जित बनाने के लिए नगर निगम के द्वारा नित नए प्लान बनाए जा रहे हैं। सीमा विस्तार के पूर्व विभाग को सिर्फ 80 वार्डों में ही काम करना पड़ता था। अब एरिया विस्तार होने के बाद 20 नए वार्ड बढ़ गए हैं। इस तरह कुल मिलाकर मौजूदा समय में नगर निगम क्षेत्र में कुल वार्डों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है। इन वार्डों में 16 लाख से भी अधिक आबादी बसर करती है। इतनी बड़ी आबादी के लिए शहर में पानी से लेकर सफाई व स्वच्छ हवा और रोड और नाली जैसी तमाम व्यवस्थाओं का जिम्मा नगर निगम के पास ही है। हाल ही में नगर निगम के जिम्मेदारों को मालूम चला कि खाली पड़ी जमीनों पर लोग धीरे-धीरे कब्जा करते जा रहे हैं। इस कब्जे का मामला शनिवार को नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में गर्ग हुआ। इसके बाद इस विषय पर गहन चर्चा शुरू हो गई। समिति के मौजूद सदस्यों की मानें तो चर्चा के बाद ऐसी जमीनों को चिन्हित करने का निर्णय लिया गया है। चिन्हित की गई जमीनों को बाउंड्री आदि कराकर सुरक्षित करने के लिए बजट पर विचार विमर्श किया गया। इसके बाद सर्व सम्मति से पांच करोड़ रुपये का बजट तत्काल बाउंड्री आदि के लिए स्वीकृत किया गया। यह बजट नगर निगम के मुख्य अभियंता को दिया गया है। निर्देश दिए गए हैं कि वह दिए गए इस पांच करोड़ रुपये से चिन्हित जमीन पर जरूरत के अनुरूप बाउंड्री आदि कराकर संरक्षित करें। संरक्षित की गई जमीन के एरिया को देखते हुए वहां पर वर्क कराया जाएगा। कहा गया है कि जहां पर जमीन काफी छोटी यानी कम होगी उन स्थानों पर नैनो पार्क डेवलप किया जाय। जहां पर जमीन काफी बड़ी मिलेगी, वहां शादी विवाह घर का निर्माण नगर निगम अपने बजट से कराएगा। ताकि बेटियों की शादी के लिए लोगों को जगह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। निर्देश यह भी दिए गए हैं जिस जगह जमीन ऊबड़खाबड़ या गड्ढा युक्त है, उन स्थानों पर फल व छायादार पौधों की रोपाई कराई जाएगी। इससे शहर में हरियाली तो बढ़ेगी ही, वायु प्रदूषण में भी सुधार होगा। चिन्हित जमीनों पर नगर निगम बोर्ड लगाएगा। ताकि बोर्ड देख कर यह पता चल सके कि खाली पड़ी जमीन नगर निगम की है.
वन व उद्यान विभाग से ली जाएगी मदद
पौधों की रोपाई के लिए नगर निगम वन और उद्यान विभाग से अनुबंध करेगा। नगर निगम की किस जमीन पर कैसे पौधे बेहतर चलेंगे, इस बात का सर्वे मिट्टी के आधार पर वह दोनों विभाग के एक्सपर्ट करेंगे। इसके बाद वही रोपाई के लिए पौधों का भी प्रबंध करेंगे। छोटी जमीन पर कम जगह में अच्छे पौधों की रोपाई कैसे की जाय? यह इस बात की जानकारी उद्यान अफसरों संग बैठक करके नगर निगम के लोग प्लान तैयार करेंगे.
चिन्हित कराई जाने वाली जमीन के उपयोग का भी प्लान बन चुका है। सबसे पहले जमीन चिन्हांकन व उसके संरक्षण का निर्णय लिया गया है। जमीन पर बाउंड्री आदि के लिए पांच करोड़ रुपये का बजट कार्यकारिणी में पास हुआ है। इस पैसे से मुख्य अभियंता बाउंड्री आदि का काम कराएंगे.
शिवसेवक सिंह, वरिष्ठ पार्षद/सदस्य नगर निगम कार्यकारिणी समिति