प्रयागराज ब्यूरो इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन हाल में रविवार को सुरों की सरिता बही। डाक्टर, शिक्षक, इंजीनियर व अधिकारियों ने पुराने गीतों की सुरीली प्रस्तुति की। इनके कंठ से लता, किशोर, मुकेश और मोहम्मद रफी जैसी आवाज निकली तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। मौका था इलाहाबाद म्यूजिकल क्लब की ओर से आयोजित मोहे श्याम रंग दई दे का। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति पंकज मित्थल ने 10वें वार्षिकोत्सव समारोह में का शुभारंभ किया। न्यायमूर्ति अशोक गुप्ता और सौरभ श्रीवास्तव भी उद्घाटन समारोह में मौजूद रहे।
सबने लगाए सुर
कर्नल सीएस मेहता ने गाना 'लपक झपक तू आ रे बदरवाÓ से सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत किया। क्लब के अध्यक्ष डा। राजकुमार ने 'धीरे चलो मोरी मां की हिरनियांÓ उसके बाद रेनू शर्मा के साथ संयुक्त रूप से अच्छा जी मैं हारी चलो मान जाओ न को प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। डा। घनश्याम मिश्रा और नीलिमा ङ्क्षसह ने अभी न जाओ छोड़कर जी अभी भरा नहीं की सुरीली प्रस्तुति की। रेनू शर्मा, तरुण भाटिया, सुबोध जलोटा,प्रशांत प्रताप ङ्क्षसह, डा। चित्रा पांडेय, ऋतुराज नैय्यर आदि ने एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किए। संचालन तरुण भाटिया और नीलिमा ङ्क्षसह ने किया।