प्रयागराज ब्यूरो ।टीम के हत्थे चढ़े जिला सहकारी फेडरेशन (डीसीएफ) के सचिव कृष्ण चंद्र त्रिपाठी पर फेडरेशन की जमीन पर अवैध निर्माण कराने का भी आरोप है। डीसीएफ के जार्जटाउन स्थित मुख्यालय की जमीन पर पिछले दो वर्षों में कई अवैध निर्माण करा लिए गए हैं, इसमें सचिव की जिम्मेदारी होती है कि वह इस तरह के अवैध निर्माणों को रोके व कार्रवाई कराए मगर वह न तो इस पर रोक लगाए और न ही लिखापढ़ी की।
40 करोड़ के आसपास है वैल्यू
डीसीएफ की प्रयागराज और कौशांबी में अरबों रुपये की कीमत की संपत्ति है। जार्जटाउन स्थित डीसीएफ कार्यालय की ही जमीन लगभग 40 करोड़ रुपये की है। इस पर पिछले कुछ वर्षों से इस जमीन पर कब्जे की होड़ सी मची है। जिसके हाथ में अधिकार आया वह जमीन कब्जा कराने लगा। रिश्वतखोरी में सचिव के पकड़े जाने के बाद इसका चि_ा भी खुलने लगा। डीसीएफ के सचिव व सहकारिता विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से रसूख वालों ने अवैध रूप से अपने मकान बनवा लिए हैं। यही नहीं मुख्यालय स्थित भवन की दुकानों के आवंटन में भी सचिव तथा अन्य अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर अनियमितता की है। डीसीएफ कार्यालय भवन में लगभग दो दर्जन दुकानें हैं जिनका आवंटन पंजीकृत सहकारी समितियों को दिए जाने का नियम है जो सहकारिता से जुड़ी हों मगर इन दुकानों में अब राशन, रेस्टोरेंट, टेलङ्क्षरग, हेयर सैलून चलने लगे हैं.
सचिव निलंबित, कैश जमा पर रोक
घूस लेने के मामले में बुधवार को डीसीएफ के सचिव को निलंबित कर दिया गया है। डीसीएफ बोर्ड की ओर से यह कार्रवाई की गई है। चेयरमैन ने बताया कि सचिव को निलंबित कर इसकी सूचना सहकारिता विभाग के अधिकारियों को दे गई है। अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि जल्द ही दूसरे सचिव की नियुक्त कराएं, जिससे कार्य अवरुद्ध न हो सके। चेयरमैन ने यह भी बताया कि कार्यालय में जो भी कैश जमा होता था, उस पर रोक लगा दी गई है। फिलहाल अभी डिजिटल फार्म में अथवा चेक, ड्राफ्ट से भुगतान के निर्देश दिए गए हैं। मंगलवार को सचिव को 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया था। बुधवार को उसे जेल भेज दिया गया।
डीसीएफ की जमीन पर अवैध रूप से निर्माण कराने की शिकायतें मिलने पर पिछले हफ्ते ही कब्जा करने वालों को नोटिस भेजा गया है। उन्हें कब्जा छोडऩे का समय दिया गया है। नोटिस स्पष्ट में कहा गया है कि कब्जा नहीं छोडऩे पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी। इसकी सूचना सहकारिता विभाग के अधिकारियों को भी दी गई है.
अजय कुमार पांडेय, चेयरमैन, डीसीए
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घूसखोरी में गिरफ्तार डीसीएफ सचिव को भेजा गया जेल
घूसखोरी के आरोप मेंं फंसे जिला सहकारी फेडरेशन (डीसीएफ) लिमिटेड के सचिव कृष्ण चंद्र त्रिपाठी को बुधवार शाम वाराणसी स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। देल्हूपुर प्रतापगढ़ निवासी कृष्ण चंद्र का दो साल बाद रिटायरमेंट था। फूलपुर के एतमादपुर उर्फ मिश्रापुर निवासी आलोक कुमार की सिलोखरा में डीसीएफ उर्वरक बिक्री केंद्र संचालित है। अलोक कुमार बिक्री केंद्र के लाइसेंस नवीनीकरण के लिए जिला सहकारी फेडरेशन के आंकिक/प्रभारी सचिव कृष्ण चंद्र त्रिपाठी से संपर्क किया था। तब सचिव ने आलोक से कहा था कि अगर वह 20 हजार रुपये देंगे तो उनकी फाइल आगे बढ़ाकर लाइसेंस नवीनीकरण करवा देगा। यदि पैसा नहीं मिला तो लाइसेंस निरस्त करके दूसरे को आवंटित कर देगा। इससे परेशान आलोक ने विजिलेंस में शिकायत की थी.