प्रयागराज (ब्यूरो)।सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके सफाईकर्मी पति आलोक मौर्या केस में मंगलवार को अपडेट प्रयागराज की फैमिली कोर्ट से आया। कोर्ट में ज्योति मौर्या की तरफ से तलाक के लिए अर्जी दाखिल की गयी है। मंगलवार को कोर्ट में यह केस सुनवाई के लिए लगा था तो सबकी निगाहें यहां टिकी हुई थीं। देशभर के मीडियाकर्मी अपडेट लेने के लिए कोर्ट के बाहर मौजूद थे। कोर्ट में सुनवाई के दौरान एसडीएम ज्योति मौर्या खुद नहीं पहुंचीं। उनकी तरफ से पहुंचे अधिवक्ता ने हाजिरी माफी की अर्जी लगा दी।

2010 में दोनों ने लिए थे सात फेरे

मूल रूप से आजमगढ़ जिले के रहने वाले आलोक मौर्या और वाराणसी जिले के चिरईगांव की रहने वाली ज्योति मौर्या की शादी 2010 में हुई थी। आलोक मौर्य पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी है। उसकी पोस्टिंग प्रतापगढ़ में है। शादी के बाद भी ज्योति ने पढ़ाई और तैयारी जारी रखी। ज्योति को अपने प्रयास में सफलता मिली। उन्होंने 2015 में यूपीपीसीएस क्रैक कर लिया। रैंक अच्छी होने के चलते उन्हें एसडीएम के पोस्टिंग मिल गयी। इसके बाद भी दोनों का रिश्ता बेहतर चलता रहा। इस रिश्ते से उनके दो बेटियां भी हुईं। दोनों देवघाट झलवा प्रयागराज में मकान बनवा कर रह रहे थे। ज्योति की तैनाती वर्तमान समय में बरेली में है। करीब तीन साल से पति पत्नी में अनबन है। दो माह पहले ज्योति ने पति और ससुराल वालों पर उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए धूमनगंज थाने में केस दर्ज कराया था। ज्योति ने आलोक पर नौकरी के बारे में झूठ बोलकर शादी करने का आरोप लगाया है। जबकि आलोक ने ज्योति के मोबाइल के चैट को सार्वजनिक कर गंभीर आरोप लगाया है।

कापी ले ली है दाखिल करेंगे जवाब

केस की हियरिंग के समय आलोक मौर्या अपने अधिवक्ता के साथ कोर्ट में मौजूद थे। कोर्ट से बाहर आने के बाद आलोक के अधिवक्ता ने कहा कि तलाक के केस में रिट की कापी प्राप्त करने के लिए हमने अर्जी दाखिल की है। कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 18 अगस्त की डेट मुकर्रर की है। कापी मिलने के बाद हम अपना जवाब दाखिल करेंगे। उनके मुताबिक इसके अलावा इस केस में आज दूसरा कोई अपडेट नहीं था।

कमांडेंट मनीष पाए गए हैं दोषी

एसडीएम ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के खिलाफ हुई शिकायतों की जांच पूरी हो चुकी है। डीजी होमागार्ड विजय कुमार मौर्य को जांच रिपोर्ट की कापी सौंपी जा चुकी है। जांच होमगार्ड के डीआईजी रेंज प्रयागराज संतोष कुमार ने की है। जांच में मनीष दुबे को दोषी पाया गया है। मनीष को जल्द ही निलंबित किया जा सकता है। मनीष के खिलाफ यह जांच एसडीएम के पति आलोक मौर्य की शिकायत पर की गई। आलोक ने आरोप लगाया था कि मनीष का उनकी पत्नी से अफेयर चल रहा है। उन्होंने सुबूत के तौर पर पत्नी ज्योति के व्हाट्स एप के चैट और कॉल रिकार्ड जांच अधिकारी को दिए थे। आलोक मौर्य ने जो कॉल रिकार्डिंग जांच अधिकारी दी है उसमें दोनों आलोक को रास्ते से हटाने की बात कर रहे हैं। फोरेंसिक जांच में यदि रिकार्डिंग सही पाई जाती है तो दोनों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।