प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सनसनीखेज यह वारदात सिटी के धमनगंज एरिया स्थित चक मीरापट्टी मोहल्ले की है। पूरी घटना और विवाद 900 स्क्वायर फिट जमीन के विवाद से जुड़ी है। तमंचे व पिस्टल से निकली गोली यासिर (38) व उसके भांजे सुल्तान (30) के सिर में जा धंसी। दोनो ने आन द स्पॉट दम तोड़ दिया। इमरान अली व जिसके घर में यह सब हुआ दीपक विश्वकर्मा ने खबर पुलिस को दी। इस मकान में दीपक व उसके भाई का परिवार रहता है। दीपक प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। एरिया के जागृति बिहार के पास 900 स्क्वायर फीट जमीन है। पुलिस के मुताबिक इसी जमीन को लेकर विवाद था। विवाद हल करने व एग्रीमेंट को लेकर लफड़ा चल रहा था। बताते हैं कि बुधवार को दीपक के घर पर राजरूपपुर निवासी प्रॉपर्टी डीलर इमरान अली अपने जीटीवी नगर करेली निवासी मो। रसूल व यासिर पुत्र आविद अली निवासी कसारी मसारी और यासिर के भांजे सुल्तान पुत्र इशरार अहमद निवासी कालिंदीपुरम एडीए कॉलोनी के साथ करीब 11.44 बजे मीरापट्टी दीपक विश्वकर्मा के घर पहुंचे थे। चारों दीपक के घर पहुंचे तो उसके भाई राजेश की पत्नी बेटी व बेटे को लेकर मकान के दूसरे फ्लोर चली गई। दीपक चारों के साथ ग्राउंड फ्लोर के सोफा वाले रूम में बैठकर जमीन पर चर्चा करने लगा। पुलिस की मानें तो चारों दीपक से एक सादे स्टैंप पर जबरदस्ती हस्ताक्षर कराने की कोशिश करने लगे। इस बीच हाथापाई की नौबत आ गई। जिस दीपक व यासिर और सुल्तान बगल के कमरे में चले गए। इस कमरे में अचानक गोलियां चलने लगीं।
कई राउंड की गयी फायरिंग
कई राड चली गोली यासिर के सिर में जा धंसी। इससे वह कमरे में जिस कुर्सी पर बैठा था वहीं गिर पड़ा। यह देख यासिर भांजा सुल्तान रूम से भागकर बाहर आने लगा। वह कमरे के दरवाजे के पास बरामदे में पहुंचा कि उस पर भी गोलियां बरसा दी गईं। गोली लगने से सुल्तान भी बरामदे में गिर पड़ा। गोलियों की आवाज सुन इमरान और रसूल भागकर बाहर आ गए। छत बच्चों संग रही दीपक की भाभी सहम गई। वह बच्चों को लेकर एक कोने में दुबक गई। बताते हैं कि दीपक और इमरान ने ही पुलिस को घटना की खबर दी। पुलिस पहुंची तो दीपक विश्वकर्मा घर में ही था। इमरान और दीपक को हिरासत में लेकर पुलिस छानबीन शुरू की। जिस कमरे में घटना हुई उसके अंदर बेड पर पुलिस को दो तमंचा व दो पिस्टल एवं कई कारतूस के खोखे मिले हैं। दीपक की भाभी से भी पुलिस द्वारा पूछताछ की गई।
सीसीटीवी फुटेज की हुई चेकिंग
वारदात के बाद पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए।
पुलिस ने पाया कि चारों दीपक के घर में 11.44 बजे घुसे थे।
घटना के बाद सभी 12.30 बजे इमरान आदि बाहर आए थे।
पुलिस भागे हुए रसूल की भी तलाश में जुट गई है।
करीब 46 मिनट में दीपक के घर के अंदर दो लोगों के कत्ल की वारदात को अंजाम दिया गया।
घटना स्थल दीपक के घर के अंदर से फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम द्वारा भी सैंपल लिए गए हैं।
डॉग स्क्वायड द्वारा भी छानबीन की गई।

दीपक ने कहा छीनकर मारी थी गोली
पुलिस की पूछताछ में दीपक ने पुलिस को बताया कि इमरान व उसके चार साथी जबरदस्ती कोरे स्टैंप पर हस्ताक्षर कराना चाहते थे। उसने इंकार किया तो पिस्टल निकाल ली गयी। दीपक ने कहा कि यासिर अली व सुल्तान से पिस्टल छीनकर उसने अपने बचाव में फायर किया। जिससे दोनों को गोली लग गई। बरामद पिस्टल व तमंचा के बारे में कहा कि इमरान व उसके तीनों दोस्त घर पर चारों असलहे लेकर आए थे। प्रॉपटी डीलीग के काम में दीपक पिछले करीब आठ साल से कूदा था।

गले नहीं उतर रही क्राइम स्टोरी
मौत के घाट उतारे गए यासिर के चार बच्चे हैं। इनमें दो बेटी और दो बेटे बताए गए। उसके भांजे सुल्तान की एक बेटी और एक बेटा है। दोनों की हत्या परिवार में कोहराम मच गया। मौके से लेकर थाने तक लोगों मृतकों के रिश्तेदारों व दोस्तों एवं परिजनों की भीड़ लग गई। घर पहुंचे चार में की हत्या अकेले दीपक ने पिस्टल छीनकर किया। यह बात किसी के गले से नीचे नहीं उतर रही है। मामले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं देर शाम तक होती रहीं।

घर के अंदर जमीन को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान दीपक ने घर पहुंचे साथियों के असलहे छीनकर फायर किया। ताबड़तोड़ फायरिंग में यासिर व सुल्तान की मौत हो गई है। दीपक व इमरान हिरासत में लिए गए हैं। बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई है। तहरीर मिलने के बाद केस दर्जकर कार्रवाई की जाएगी। प्रकरण की गहन छानबीन जारी है।
अजय कुमार एसएसपी प्रयागराज