प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यात्रियों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इनको रोकने वाला कोई नहीं है। स्टिंग के दौरान गुटखा बेचने वाले को जब आरपीएफ के एक सिपाही ने पकड़ा तो उसने रेलवे के बड़े अधिकारी तक सीधे फोन कर दिया। जिसपर सिपाही को मजबूरन डांटकर छोडऩा पड़ा।

बेरोक टोक बेच रहे अनधिकृत सामान
शुक्रवार शाम चार बजे दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर प्लेटफार्म नंबर सात और आठ पर पहुंचा। तभी आठ नंबर
प्लेटफार्म पर गोरखपुर- लोकमान्य तिलक ट्रेन आकर रूकी। इतने ही देर में अवैध वेंडर्स इकट्ठा हो गए। ट्रेन के अंदर व बाहर कार्टून डब्बे को बोरे से लपेटकर पानी व गुटखा बेच रहे थे। जब पानी की बोतल मांगी गई तो लोकल पानी बोतल थमा दिया। जिसकी कीमत बीस रुपये बताई। वही बगल में खड़े एक यात्री को गुटखा दे रहा था। गुटखा भी मार्केट से दो गुना दाम पर बेचा जा रहा था। जबकि इन अनधिकृत सामानों की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंध है। रिपोर्टर द्वारा सवाल किया तो कुछ इस तरह से वेंडर्स ने जवाब दिया।

अवैध वेंडर्स और रिपोर्टर के बीच बातचीत
रिपोर्टर - यह तो लोकल पानी बेच रहे हैं
अवैध वेंडर्स - लोकल है यह नहीं पता लेकिन पानी अच्छा है सर
रिपोर्टर - इस ब्रांड को तो रेलवे बेचने की परमिशन नहीं देता है
अवैध वेंडर्स - लेना हो लीजिए नहीं आगे बढ़े, बहुत सवाल करते हैं इतना तो यात्री नहीं पूछते
रिपोर्टर - यहां सिर्फ आप ही बेचते हैं क्या
अवैध वेंडर्स - ट्रेन के अंदर और लोग भी बेच रहे हैं
रिपोर्टर - आप लोग किस स्टॉल से है पास तो दिख नहीं रहा है
अवैध वेंडर्स - पास से क्या लेना देना है
'साहब के आदमी है बोलते हुए आगे बढ़ गया है

केस टू
दूसरे अवैध वेंडर्स से बातचीत
रिपोर्टर - अनधिकृत सामान बेच रहे हो
'साहब के आदमी हो क्या ?
अवैध वेंडर्स - हां सर 'साहब के आदमी है
रिपोर्टर - कौन से वाले 'साहब के आदमी हो
अवैध वेंडर्स - रेलवे के एक बड़े अधिकारी पंडित जी का नाम लेते हुये बताया
रिपोर्टर - सभी लोग पंडित जी 'साहब के आदमी के हो या अलग-अलग
अवैध वेंडर्स - जो जिन 'साहब के यहां काम करता होगा वे उनका आदमी होगा
रिपोर्टर - मतलब थोड़ा समझाते, तब तक एक गुटखा बेचने वाले को एक सिपाही ने पकड़ रखा था

एक फोन काल ने छुड़वाया
आरपीएफ का सिपाही सर-सर कर फोन पर किसी से बात कर रहा था उसके बाद गुटखा बेचने वाले को छोड़ दिया। रिपोर्टर ने सवाल किया तो कुछ नहीं बोला। तब तक उस गुटखा बेचने वाले को जोर-जोर से चिल्ला रहा था। तुम लोगों को पकड़ों तो यह ही दिक्कत है। सीधे 'साहबÓ से फोन करा देते हो। मगर मेरे डयूटी टाइम पर बेचते दिख गए तो भागा दूंगा।

हाई लाइट
- अवैध वेडिंग का खेल ज्यादातर 6, 7, 8, 9 और 10 नंबर प्लेटफार्म पर होता है
- इन प्लेटफार्म पर अधिकारियों के पहुंचते ही प्राप्त हो जाती है सूचना
- भाटा नाम के एक व्यक्ति का नाम चलता है अवैध वेंडर्स के बीच
- भाटा के चार लड़के बेच रहे लोकल पानी और गुटखा
- ट्रेन आते ही आसपास से निकल आते है अवैध वेंडर्स
- ट्रेन के जाते ही बोरे में लपेटे पानी और गुटखा व खाने के सामानों को छिपा देते हैं।

अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला
रिपोर्टर ने इस संबंध में जब रेलवे के तमाम अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो पल्ला झाड़ते नजर आए। सवाल उठता है कि रेलवे द्वारा बीच-बीच में इन पर कार्रवाई की जाती है लेकिन जब 'साहब के ही आदमी इस तरह के काम करेंगे तो उन पर कार्रवाई कौन करेगा।