प्रयागराज (ब्यूरो)। मृतका का नाम रश्मि यादव बताया गया है। उसकी हत्या के आरोप में खुद को थाने में सरेंडर करने वाले व्यक्ति का नाम बलश्याम बताया गया है। वह कच्ची सड़क दारागंज में परिवार के साथ रहते थे। ज्वाइंट फैमिली में उसका देवर भी रहता था। परिवार वालों की मानें तो बलश्याम व पत्नी रश्मि यादव के बीच में झगड़ा होता था। शनिवार सुबह करीब छह बजे के बीच आटा चक्की की दुकान में दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। तैश में आकर पति ने आटे की चक्की में रखे लोहे की रॉड से ताबड़तोड़ वार करके पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद आरोपित दुकान में ताला लगाकर सीधे दारागंज थाने पहुंच गया। वहां उसने अपनी पत्नी की हत्या की थानाध्यक्ष को विवाद से लेकर हत्या तक की पूरी वारदात को बताया। पहले तो पुलिस को विश्वास नहीं हो रहा था। जब उसके बदन पर खून का धब्बा देखा तो पुलिस सन्नाटे में आ गई।

बीस साल पहले हुई थी शादी
दारागंज की त्रिलोकी कोठी के पास ललई यादव उर्फ पहलवान का दो मंजिला मकान है। इसके सेकेंड फ्लोर पर उनका बड़ा बेटा घनश्याम यादव व उसकी पत्नी व छोटा बेटा बलश्याम यादव पत्नी रश्मि और तीन बच्चों (दो बेटी व एक बेटा) संयुक्त परिवार के तौर पर रहते है। बड़े भाई घनश्याम यादव की कोई संतान नहीं है। परिजनों ने बताया कि बलश्याम यादव की 20 साल पहले रश्मि यादव के साथ हुई थी। इनसे उनके तीन बच्चों (दो बेटी व एक बेटा) एक बेटी 14 व दूसरी बेटी 11 साल की है। वहीं बेटा 9 वर्ष का है। मृतका के ससुर का 10 साल पहले निधन हो चुका था।

किसी को नहीं हो रहा था यकीन
मकान में ग्राउंड फ्लोर पर आधा दर्जन दुकानें किराए पर हैं। खुद की चक्की भी है, जिसे बलश्याम ही देखता है। उसके ऊपर 9 कमरों का लॉज है। इसमें प्रतियोगी छात्र रहकर तैयारी करते हैं। इन दुकानों व लॉज से एक लाख से ज्यादा रुपये का किराया आता है। इनका परिवार सामाजिक रूप से संपन्न होने के साथ ही लोगों के बीच सम्मानित परिवार के रूप में जाना जाता था। बलश्याम को लेकर थाना पुलिस कच्ची सड़क स्थित घर पहुंची तो घर के सदस्यों व आसपास के लोगों को जानकारी हुई तो सभी लोग स्तब्ध थे। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि बलश्याम ने ऐसा जघन्य अपराध कर दिया है।

पत्नी पर करता था शक
आसपास के लोगों ने बताया कि पति को पत्नी के चरित्र पर शक था। इसे लेकर दोनों के बीच अक्सर लड़ाई होती थी। उसी के घर में बने नौ कमरे के लॉज में रहने वालों किसी भी लड़के से मुस्कुरा कर बात करती तो पति को बर्दाशत नहीं होता है। पति ने थाने यह तक बताया है कि उसके मोबाइल पर कॉल व मैसेज तक आते हैं। मना करने के बाद भी नहीं समझती थी। पति के ऐसे कदम उठाने से तीनों बच्चे सदमे में है। वह अपने चाचा से एक ही बात पूछ रहे हैं। चाचा पापा ने क्यों मम्मी को मार डाला। क्या मम्मी इतनी बुरी थी। बच्चों की बात सुनकर सभी लोग बिल्कुल खामोश हैं।

आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है। परिवारिक कलह के साथ ही कई इश्यू चल रहे हैं। एक इश्यू पत्नी पर शक करना भी था। बॉडी का पोस्टमार्टम होने के बाद दारागंज घाट पर शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
दिनेश सिंह, एसपी सिटी