प्रयागराज ब्यूरो दुर्गागंज गांव निवासी श्यालाल के चार बेटों में सबसे छोटा विवेक कुमार मुंबई में रहकर प्राइवेट काम किया करता था। करीब छह दिन पूर्व घर वापस लौटा था। शुक्रवार रात शाम वह घर वालों को यह बताकर निकला कि दुर्गा पूजा पांडाल में जा रहा है। इसके बाद जब वह रात भर नहीं लौटा तो परिवार खोजबीन में जुट गया। दूसरे दिन ग्रामीण व परिजनों को गांव के पास कुएं में उसकी बॉडी मिली थी। बॉडी में वजनदार पत्थर बंधा हुआ था। छानबीन में जुटी यह टीमें गांव के ही अमर कुमार मौर्य पुत्र संतराम मौर्य को पुलिस ने उठा लिया। पूछताछ में उसने विवेक की हत्या का राज कबूल दिया। पुलिस के मुताबिक उसने बताया कि मारे गए विवेक का उसकी बुआ से प्रेम सम्बंध था। इस बात को लेकर गांव में उसे तमाम लोग ताना भी दिया करते थे। चूंकि कोई सुबूत नहीं था इस लिए वह भी शांत रहता था। शुक्रवार को जब दुर्गा पांडाल से दोनों थोड़ी-थोड़ी देर में बाग की तरफ गए तो उसे शक हो गया। वह भी चाकू लेकर दोनों के पीछे बाग की ओर जा पहुंचा। कहा कि बाग में झाड़ी के पास दोनों विवेक प्रेमिका यानी उसकी बुआ से गलबहियां था। यह देखकर उसे गुस्सा आया और पास में रही चाकू से विवेक की हत्या कर दिया। हत्या के बाद बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए मदद में गांव के ही पारिवारिक दोस्त मोहित कुमार मौर्य पुत्र घनश्याम मौर्य व बारिश उर्फ ननका को फोन करके बुला लिया। दोनों पहुंचे तो विवेक की बॉडी में वजनदार पत्थर बांधकर बॉडी को कुएं में फेंक दिए। पुलिस अमन और मोहित को गिरफ्तार करके घटना में प्रयुक्त चाकू को बरामद कर लिया है।


विवेक मर्डर केस में दो अभियुक्तों को पकड़ लिया गया है। गिरफ्तार किया गया मुख्य अभियुक्त अमन ने कबूल कर लिया लिया है। भागे हुए तीसरे अभियुक्त की तलाश की जा रही है।
सुधीर कुमार, सीओ सोरांव