प्रयागराज ब्यूरो । पुलिस का लम्बा चौड़ा नेटवर्क और घेराबंदी उमेश पाल हत्याकांड में पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम के आगे दो महीने बाद भी फेल ही नजर आ रही है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस को अब तक उसके छह स्टेट में अलग अलग दिन में मूव करने का पता चला है लेकिन, एग्जैक्ट अब भी पता नहीं है कि वह कहां है और किस रूप और नाम के साथ रह रहा है। सोमवार को उससे जुड़ी दो और चर्चाएं सामने आयीं। पहली चर्चा में उसका मूवमेंट गोवा में होने के संकेत हैं तो दूसरी जो प्योर अफवाह ज्यादा लगती है में बताया जा रहा था कि वह अपने बड़े भाई के यहां दुबई जा सकता है।

जिंदा पकड़ा गया तो खुलेंगे कई राज

उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले अब चार ही लोग पकड़ से बाहर हैं। इसमें सबसे ऊपर है गुडडू मुस्लिम का नाम। उसके निवास स्थान को लेकर तमाम बातें मार्केट में हैं। ज्यादातर उसे बिहार का मूल निवासी बताते हैं। बिहार में सुपारी लेकर काम करने के मामले में उसका नाम सामने आया था तो गोरखपुर में भी माफिया गिरोह से उसका संबंध चर्चा में आया है। जिस उमेश पाल हत्याकांड में वह वांटेड है उसके साथ भी गुड्डू की नजदीकी घटना के दूसरे ही दिन सामने आ गयी थी। इसे उमेश पाल की रिश्तेदार पूजा पाल ने उठाया था। इससे संकेत मिले थे कि उसका उमेश के घर भी आना जाना था। गुड्डू वास्तव में कितना बड़ा खिलाड़ी है? इसके बारे में तमाम तथ्य सामने आ चुके हैं। इन सब की पुष्टि तभी संभव होगी जब पुलिस उसे जिंदा गिरफ्तार करे। मुठभेड़ में कोई अनहोनी हो जाने की दशा में यह भी खुलकर सामने नहीं आयेगा।

सुरक्षाकर्मी को लगा थाबम

राजू पाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह उमेश पाल को सुरक्षा के लिए सरकार की तरफ से दो गनर भी आवंटित थे। इन दोनों गनर की हत्या भी उमेश के साथ ही की गयी थी। एक गनर की मौत का कारण ही बम लगना था। इस पूरे हत्याकांड में बम चलाता हुआ सिर्फ गुडडू नजर आया था। वह पुलिस के लिहाज से ज्यादा बड़ा अपराधी है। बताया गया है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मार्च में असलहा तस्कर अवतार सिंह को गिरफ्तार किया था। उसका नेटवर्क न केवल दिल्ली, यूपी बल्कि कई और प्रदेश में है। स्पेशल सेल ने अवतार से पूछताछ की तो उसने भी गुड्डू मुस्लिम का नाम लिया था। बताया था कि डिमांड पर कई स्वचलित और आधुनिक हथियार सप्लाई किया था। संयोग से अवतार के बयान की पुष्टि भी गुड्डू के बयान पर ही टिकी हुई है। अवतार का बयान सही है तो इससे जुड़े तमाम राज गुड्डू के ही सीने में दफन है। पुलिस हर हाल में और जल्द से जल्द उसे जिंदा ही गिरफ्तार करने की कोशिश में है ताकि अटकलों पर विराम लगे और उमेश पाल हत्याकांड का पूरा सच सामने आ जाए।