दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने सिटी के तीन हॉस्पिटल में कोविड प्रोटोकाल को लेकर लिया जायजा
- बिना मास्क हॉस्पिटल्स पहुंच रहे लोग, नहीं हो रहा कोरोना प्रोटोकाल का पालन
सरकारी हॉस्पिटल्स कोरोना बांटने का काम कर रहे हैं। यहां आने वाले मरीज और उनके परिजन या तो मास्क नहीँ लगा रहे हैं या प्रॉपर मास्क लगाने से बच रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है। बुधवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने सरकारी हॉस्पिटल्स को जायजा लिया तो यह हकीकत सामने आ गई।
एसआरएन हॉस्पिटल
दिन- बुधवार
टाइम- दोपहर 12 बजे
रिपोर्टर ने देखा कि पर्चा बनवाने वाली लाइन में लगे लोगों में कई ऐसे थे जिनके पास मास्क मौजूद नहीं था। जिनके पास था वह प्रॉपर इसे नहीं पहने थे। सोशल डिसटेंसिंग का जरा भी पालन नहीं हो रहा था। ओपीडी के बाहर भी यही हाल था। अंदर जाते समय जरूर लोग प्रॉपरली मास्क लगा रहे थे।
बिना मास्क- 35 फीसदी
प्रॉपर मास्क नहीं लगाने वाले- 30 फीसदी
काल्विन हॉस्पिटल
दिन- बुधवार
टाइम- दोपहर 12:35 बजे
हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लगे लोग एक पर एक चढ़े हुए थे। पास में खड़े पुलिस वाले ने भी उन्हें ऐसा करने से नहीं रोका। इस भीड़ में कई लोग बिना मास्क थे। फिजीशियन की ओपीडी के बाहर खड़े कई लोग मास्क नहीं लगाए थे। जब अंदर जाने लगे तो गार्ड के टोकने पर उन्हें मास्क लगाना पड़ा। कैंपस में बहुत से लोग बिना मास्क घूम रहे थे।
बिना मास्क- 30 फीसदी
प्रॉपर मास्क नही पहनने वाले- 30 फीसदी
बेली हॉस्पिटल
टाइम- दोपहर 1:10 बजे
कोरोना वैक्सीनेशन विंग में पचास फीसदी लोग बिना मास्क के नजर आए। मौके पर तैनात पुलिस के जवान भी बिना मास्क थे। जो लोग बाहर वेट कर रहे थे उन्होंने भी मास्क नही लगाया था। काउंटर पर तैनात कर्मचारी ने भी मास्क को नाक के नीचे लटका रखा था। दवा काउंटर पर लगे लोग भी प्रॉपर मास्क नहीं लगाए थे। यहां सोशल डिसटेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा था।
बिना मास्क- 30 फीसदी
प्रॉपर मास्क नही पहनने वाले- 35 फीसदी
कैसे पहनना है मास्क
बता दें कि कोरोना से बचाव के लिए सरकार ने मास्क को अनिवार्य कर दिया है। इसे नहीं लगाने पर भारी भरकम जुर्माने का प्रावधान है। बावजूद इसके लोग नहीं मान रहे हैं। नियमानुसार मास्क से प्रॉपर मुंह और नाक को ढंककर रखना है। लेकिन लोग नाक को खुला रखते हैं। ऐसा करने से कोरोना संक्रमण नाक के रास्ते बॉडी में प्रवेश कर सकता है।
तेजी से फैल सकता है संक्रमण
बता दें कि एसआरएन, बेली और काल्विन शहर के बड़े सरकारी हॉस्पिटल हैं। यहां पर संक्रमण तेजी से फैल सकता है। आमतौर पर इन हॉस्पिटल्स में बीमार लोग आते हैं उनको कोरोना जांच के लिए रेफर किया जाता है। जब यह लोग बिना मास्क आएंगे तो दूसरे व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए हॉस्पिटल्स में कोरोना प्रोटोकाल के पालन को अनिवार्य किया जाना चाहिए।
लोगों से अपील है कि वह मास्क लगाएं। मास्क नहीं लगाने से कोरोना संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। मास्क लगाना ही नहीं बल्कि प्रॉपरली लगाना है। नाक और मुंह को ढंककर रखना है। क्योंकि यह वायरस सांस के जरिए मुंह और नाक से बॉडी में प्रवेश करता है।
डॉ। एके तिवारी, डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस आफिसर, प्रयागराज