प्रयागराज ब्यूरो । पांच साल पहले पीडीए ने नक्शा पास न होने पर ढहा दिया था मकान, शेष हिस्से में मिला सामान
उमेश पाल हत्याकांड के लगभग एक महीने बाद प्रयागराज पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मंगलवार को पुलिस ने अतीक अहमद के एक ठिकाने पर धावा बोला, यह ठिकाना अतीक का टूटा दफ्तर था। यहां से पुलिस को दो अभियुक्तों की निशानदेही पर लाखों रुपये व भारी मात्रा में असलहा बरामद हुआ। इस जगह से पुलिस को वो पिस्टल भी बरामद हुई है, जिसका इस्तेमाल उमेश पाल हत्याकांड में प्रयोग करने की आंशका जताई जा रही है। इस सर्च ऑपरेशन से लेकर बरामदगी तक में पुलिस ने कुल पांच लोगों को पकड़ा है।
72 लाख दफ्तर व दो लाख पास से मिला कैश
उमेेश पाल हत्याकांड में शामिल सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए बीस से अधिक टीमें लगी हुई हंै। कुछ टीमें प्रयागराज जिले में काम कर रही हैं तो अन्य टीमें जिले के बाहर हैं। मंगलवार को धूमनगंज व पूरामुफ्ती टीम ने जयरामपुर इलाके से अतीक के ड्राइवर कैश अहमद और राकेश कुमार को पकड़ा तो कई अहम सुराग हाथ लगे। जिसके बाद पुलिस ने शहर के अंदर पहले सर्च ऑपरेशन चलाया। जिसके बाद तीन अन्य नियाज अहमद, मोहम्मद सज्जाद, अरशद खान उर्फ अरशद कटरा पकड़े गए। जो उमेश पाल हत्याकांड में किसी न किसी रूप में शामिल थे। इनके निशानदेही पर पुलिस टीम ने अतीक अहमद के करबला स्थित टूटे हुये दफ्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया। जहां से पुलिस को पांच पिस्टल और पांच तमंचा और एक मैगजीन बरामद हुई। 112 कारतूस, छह मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। यह ही नहीं इस सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को टूटे दफ्तर के अंदर छुपाये गए 72 लाख 37 हजार रुपये भी मिले है। अभियुक्तों के पास से दो लाख 25 हजार रुपये मिले हैं। कुल पुलिस को 74 लाख 62 हजार रुपये पुलिस ने बरामद करने का दावा किया है।
अमेरिका मेड कोल्ड पिस्तौल भी मिली
पुलिस के हत्थे चढ़े पांच लोग अतीक अहमद के लिए काम किया करते थे। पकड़े गए लोग अतीक के बेटे असद का दोस्त कटरा अरशद भी है। ये सभी लोग उमेश पाल हत्याकांड में किसी न किसी रूप में शामिल थे। सबसे चौकाने वाली यह है कि अतीक के दफ्तर से मिली पिस्तौल पर मेड इन अमेरिकन लिखा था। इसमें .45 बोर की गोलियां लगती हैं। जिसकी कीमत चार से पांच लाख रुपये बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि इसी पिस्तौल से उमेश की हत्या की गई थी। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है। अधिकारियों का कहना है कि बैलिस्टिक जांच के बाद ही पता चलेगा कि इस हथियार का शूटआउट में इस्तेमाल हुआ था या नहीं।
नोट गिनने को मंगवानी पड़ी मशीन
सर्च ऑपरेशन के दौरान मिले भारी मात्र में नोट को गिन पाना बड़ी मुश्किल था। क्योंकि, इसमें छोटे नोट से लेकर बड़े नोट पांच सौ तक का शामिल था। इसलिए पुलिस ने गिनने के लिए नोट मशीन को मंगवाना पड़ा। पुलिस ने जब नोट मशीन से गिनना शुरू किया तो इसमें सौ, दो सौ, पांच व अन्य छोटी नोट तक शामिल थी।
घटना के दिन मिला था पॉइंट 45 बोर का खोखा
यहां से भारी मात्रा में गोलियां भी बरामद की गई हैं। इस सर्च ऑपरेशन में बड़ी बात जो निकल कर आई वो ये है कि पुलिस को यहां से पॉइंट .45 बोर की वो पिस्टल भी मिली जिसका इस्तेमाल 24 फरवरी के दिन उमेश पाल को मारने के लिए किया गया था। घटना के दिन पुलिस को .45 एमएम बोर का खोखा भी मिला था। इस पॉइंट 45 बोर की गोली का काफी वेट होता है। यह चलाये जने के बाद कुछ दूरी तक इधर-उधर नहीं होती है। इसको प्रयागराज के अंदर बहुत कम ही लोग रखते हैं क्योंकि यह बड़ी आसानी से नहीं मिलती है।
इनको किया गया गिरफ्तार
मियाज अहमद
मियाज को असद ने फोन पर इंटरनेट के माध्यम से अशरफ से बात कराई थी। अतीक के घर पर मीटिंग में ये शामिल था। एक फोन मिला है इसके पास से।
मोहम्मद सजर
यह जयंतीपुर का रहने वाला है। इसका आवास उमेश पाल के घर के पास है। इसको असद ने अपने घर बुलाकर आईफोन दिया था जिसमे कुछ नंबर सेव थे। अतीक, अशरफ ने सजर को लोकेशन लेने का काम दिया था। उसके पास उमेश पाल की गाड़ी आने जाने की सूचना देना का काम था।
असद कटरा
यह उमेश पाल हत्याकांड में किस रूप में शामिल था यह पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया। इतना जरूर बताया कि वह प्रत्येक मिटिंग में शामिल था।
कैश अहमद
यह 16 साल से अतिक अहमद और परिवार में ड्राइवर का काम कर रहा है। घटना के बाद हथियार कैश छिपाने का काम इसे दिया था। असद और परिवार ने इसकी निशानदेही पर रिकवरी हुई है।
राकेश कुमार उर्फ नाकेश कुमार उर्फ लाला
यह अतिक अहमद के घर के काम और मुंशी का काम करता था। घटना के बाद कैश और हथियार असद और अतिक और परिवार के कहने पर कैश हथियार छिपाए थे।
उमेश पाल हत्यांकाड में आज पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इन सभी को घटना को अंजाम देने और उसके बाद अलग अलग रोल सौंपा गया था। इनकी निशानदेही पर कैश और अवैध असलहे बरामद किये गये हैं। पता लगाया जा रहा है कि इन असलहों का इस्तेमाल हत्याकांड में हुआ था या नहीं।
रमित शर्मा
पुलिस आयुक्त, प्रयागराज
74.62
लाख टोटल कैश बरामद
06
मोबाइल बरामद किये गये इनके पास से
72.37
लाख बरामद हुए अतीक के ढहाये जा चुके मकान से
2.25
लाख रुपये मिले दो आरोपितों के पास से