प्रयागराज (ब्यूरो)। एक पखवारे के भीतर तीन स्कूलों के सामने बम फेंके जाने की घटनाएं हुई हैं। संयोग से सोमवार को बिशप जानसन स्कूल के बाद बम फेंका गया। बम फेंकनेवालों को पब्लिक ने दौड़ाकर पकड़ लिया। पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने सात अन्य छात्रों को उठा लिया। मंगलवार को पुलिस लाइंस सभागार में एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र के बेली कॉलोनी निवासी निवासी धनंजय मिश्र के बेटे सुधांशु ने इसी साल बीएचएस के छात्र के तौर पर इंटर पास किया है। पिता एक नामी कंपनी में काम करते हैं। एसएसपी के मुताबिक सुधांशु इमोर्टल गैंग का मेंबर है। इंस्टाग्राम पर बने इस ग्रुप यानी गैंग में बीएचएस व एमपीवीएम के कई छात्र शामिल हैं। दावा है कि इसी गैंग द्वारा विरोधी ग्रुप के छात्रों में डर पैदा करने के लिए स्कूलों के आसपास या गेट पर बमबाजी की जाती थी। ये सभी सेम प्लेटफॉर्म पर बने तांडव और माया, लारेंस, जगुआर जैसे ग्रुप से जुड़े छात्रों को अपना विरोधी मानते हैं। इन गु्रपों से कई स्कूलों में पढऩे वाले छात्र जुड़े हैं।

तीन दिन पूर्व ही आया था रिजल्ट
सुधांशु ने इसी साल इंटर की परीक्षा दी थी। वह 51 प्रतिशत नंबर प्राप्त कर पास भी हो गया था। सोमवार को उसकी गिरफ्तारी की सूचना मिली तो परिवार के सदस्यों के पैरों तले से जमीन खिसक गयी।


घटनाएं जिसमें शामिल थे आरोपित
22 मई को सिविल लाइंस बीजेएस के बाहर छात्रों के बीच हुई मारपीट के बाद बमबाजी की गई।
- 04 जुलाई को दारागंज बड़े हनुमान मंदिर के पास जन्मदिन मना रहे युवकों पर फेंका था बम।
- 15 जुलाई को शिवकुटी महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर पर विवाद के बाद किए थे बमबाजी।
16 जुलाई को भी शिवकुटी के पतंजलि ऋषिकुल विद्यालय के बाहर बम फोड़कर फैलाई थी सनसनी
22 जुलाई को सिविल लाइंस बीएचएस के गेट के सामने बीच सड़क बमबाजी कर भाग गए थे।
25 जुलाई को सिविल लाइंस बीजेएस की दीवार में मारकर बम फोड़े और दहशत फैलाए थे।

सिविल लाइंस व शिवकुटी थाने में दर्ज मुकदमे में गंभीर धारा 307 तक लगाई गई है। जो बालिग कई घटनाओं में शामिल हैं उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जो नाबालिग हैं और बमबाजी कर रहे उन पर भी सख्ती बरती जाएगी। अभिभावकों को चाहिए कि वह बच्चों पर नजर बनाकर उनके मोबाइल और ग्रुपों पर ध्यान दें।
शैलेश कुमार पांडेय
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक